रियो डी जेनेरिओ। नोबल पुरस्कार को दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित पुरुस्कार कहा जाता है और इसे प्राप्त करना बहोत ही सम्मान की बात होती है। जिन लोगो को ये पुरस्कार मिलता है वो इसे हमेशा महफ़ूज रखते है। लेकिन कुर्द शरणार्थी से कैंब्रिज विश्वविद्यालय में गणित के प्रोफेसर बने कौचर बिरकर के साथ एक बहुत ही दुखद घटना हुई। उन्हे गणित के क्षेत्र का नोबेल ‘फील्ड्स मेडल’ मिला था। लेकिन वो अपनी इस उपलब्धि का ठीक से जश्न माना पाते इससे पहले ही उनकी ये खुशी गम मे बादल गयी।
दरअसल प्रोफेसर कौचर बिरकर को बुधवार को गणित के क्षेत्र मे नोबेल मिलने के कुछ ही मिनट के भीतर चोरी भी हो गया। बिरकर के साथ अन्य तीन लोगों को भी यह सम्मान दिया गया है। फील्ड्स समारोह आयोजन करने वाले पहले लैटिन अमेरिकी शहर रियो डी जेनेरिओ के लिए यह काफी शर्मनाक रहा। यह शहर पहले से अपराधों की गिरफ्त में है लेकिन नोबल पुरस्कार चोरी होने की घटना इतिहास मे पहली बार हुई है।
40 वर्षीय बिरकर को नोबल पुरस्कार के रूप मे 14 कैरेट का स्वर्ण पदक दिया गया था। पुरस्कार लेकर स्टेज से लौटने के कुछ समय बाद उन्होने इसे अपने बैग मे रख लिया लेकी आधे घंटे से भी कम समय मे उनका बैग ही गायब हो गया। समारोह के आयोजक इंटरनेशनल कांग्रेस ऑफ मैथमैटिक्स ने कहा कि उसे इस घटना पर ‘गहरा खेद’ है।
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