दुनिया अजीबो गरीब जगहों से भरी पड़ी है, और कुछ जगह तो ऐसी हैं, जहां आज तक किसी ने कदम नहीं रखा. लेकिन कुछ ऐसे जगह भी हैं जहां पहले लोग रहते थे, लेकिन अब वहां कोई नहीं रहता. ऐसी ही एक जगह है स्कॉटलैंड के ग्रुइनार्ड की खाड़ी में बसा छोटा-सा आइलैंड ग्रुइनार्ड. इस आइलैंड पर आज से 76 साल पहले तक लोग रहते थे लेकिन अब यहां कोई नहीं रहता.
ग्रुइनार्डय आइलैंड करीब 2 किलोमीटर लंबा और 1 किलोमीटर चौड़ा है. इस जगह का पहला जिक्र डीन मुनरो ने किया था, जो 16वीं सेंचुरी में वहां घूमने गए थे. उन्होंने अपनी किताब में ग्रुइनार्ड आइलैंड के हरे-भरे होने का जिक्र किया था लेकिन आज यहां की आबादी शुन्य है. सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान ब्रिटेन ने इस आइलैंड पर एंथ्रेक्स नाम के जहरीले गैस का परीक्षण किया था, जिसकी वजह से यहाँ जाना खतरनाक है.
इस गैस की चपेट में आने पर पहले हल्का बुखार आता है फिर थोड़े समय बाद इंटरनल ब्लीडिंग की वजह से इंसान की मौत हो जाती है. इस गैस की सबसे खतरनाक बात ये है कि इसका असर कई सालों तक रहता है. एंथ्रेक्स गैस की वजह से आइलैंड के जलीय-जीवन पर घातक प्रभाव पड़ा. 1990 में इस जगह को सुरक्षित घोषित कर दिया गया था लेकिन जगह के ज़हरीले होने के कारण कोई इंसान यहाँ जाने का जोखिम नहीं उठाना चाहता.
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