आज के समय में नॉन-स्टिक बर्तनों में खाना पकाने का क्रेज बढ़ गया है। जी हाँ और आजकल नॉन-स्टिक बर्तनों में खाना बनाना सभी लोगों को पसंद होता है। एक वजह यह भी है कि नॉन स्टिक पैन आदि में खाना बनाने के लिए काफी कम मात्रा में तेल की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा दूसरे बर्तनों की तुलना में नॉन-स्टिक बर्तनों को साफ करना भी काफी आसान होता है। हालाँकि नॉन स्टिक बर्तनों में खाना बनाना जितना आसान होता है, उससे कहीं ज्यादा ये सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। जी दरअसल इनसे आपको गंभीर बीमारियों का खतरा भी हो सकता है और आज हम उसी के बारे में बताने जा रहे हैं।
आयरन की कमी- नॉन स्टिक बर्तनों में खाना पकाने से शरीर में कई तरह के पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। जैसे आपके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। शरीर में आयरन की कमी से भी कई समस्याएं होती हैं। इसके चलते एनीमिया जैसी खतरनाक बीमारियों की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।
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कैंसर का शिकार- नॉन स्टिक पैन में बने खाने को अगर आफ खाते हैं तो इससे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के भी शिकार हो सकते हैं। ऐसी रिपोर्ट है कि नॉन-स्टिक बर्तनों के ज्यादा इस्तेमाल से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।
इनफर्टिलिटी की समस्या- नॉन स्टिक बर्तनों में सिंथेटिक पॉलीमर होता है, जिसे पॉलीटेट्रा फ्लूरोएथिलिन कहा जाता है। जी दरअसल, जब हम नॉन स्टिक पैन में तेज आंच पर खाना पकाते हैं तो टेफ्लॉन से निकलने वाले हानिकारक केमिकल्स हमारे खाने में मिक्स हो जाते हैं। इसके चलते इनफर्टिलिटी और हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा रहता है।
प्रतिरोधक क्षतमा कमजोर- इन बर्तनों में मौजूद केमिकल्स आपके पाचन शक्ति को प्रभावित करते हैं। जी हाँ और इसकी वजह से आपको पाचन संबंधी परेशानी भी होती है, जिससे आपकी इम्युनिटी कमजोर होने लगती है।
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