बीजिंग: हर दिन बढ़ता जा रहा कोरोना का कहर अब तक पूरी दुनिया को तवाही की कगार पर लेकर खड़ा कर दिया है. इस वायरस के चलते न केवल मानवीय जीवन प्रभावित हुआ है, बल्कि व्यसाय जीवन पर भी इसका घटक प्रभाव देखने को मिल रहा है. वहीं पड़ोसी देश चीन और दक्षिण कोरिया समेत सारी दुनिया भले ही कोरोना वायरस के खतरे से जूझ रही हो लेकिन उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन हथियारों के विकास में व्यस्त हैं. गुरुवार को किम ने अपनी सेना के तोपखाने का अभ्यास देखा.
मिली जानकारी के अनुसार इस अभ्यास का उद्देश्य उत्तर कोरिया की युद्ध क्षमता को बढ़ाना था. जंहा इस बीच अमेरिका की उत्तरी कमान के प्रमुख जनरल टेरेंस ओशौगनेसी ने कहा है कि उत्तर कोरिया नई अंतर महाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल (आइसीबीएम) के परीक्षण की तैयारी कर रहा है. इससे अमेरिका पर हमले का खतरा बढ़ेगा.
वहीं यह भी कहा जा रहा है कि अमेरिका के शीर्ष जनरल ने संसद की सैन्य मामलों की उपसमिति के समक्ष पेश रिपोर्ट में यह बात कही है. 2017 में हुए आइसीबीएम के परीक्षणों के बाद किम जोंग उन ने एलान किया था कि मिसाइलों के विकास और परीक्षण का दौर पूरा हुआ, अब उनकी तैनाती की जाएगी. इसके बाद उत्तर कोरिया ने समय-समय पर कम दूरी की मिसाइलों का परीक्षण किया. लेकिन अब वह ज्यादा दूरी तक मार करने में सक्षम बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण की तैयारी कर रहा है.जहा इस बात का पता चला है कि इससे अमेरिका की सुरक्षा पर खतरा बढ़ सकता है. दिसंबर में किम जोंग ने कहा था कि उत्तर कोरिया की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए नए हथियारों की जरूरत है. इसके लिए जल्द जरूरी उपाय किए जाएंगे.
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