उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग ने अपने सशस्त्र बल में हाइपरसोनिक मिसाइल के सफलतापूर्वक शामिल होने की बात की पुष्टि की है। किम ने बताया कि, उन्होंने अपनी नई हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण कर लिया है, जो सफल साबित हुआ है। किम जोंग उन ने अपनी बेटी के साथ बैठकर इस मिसाइल लॉन्च की निगरानी की है। इस मिसाइल की विशेषता है कि, यह ध्वनि की गति से भी 12 गुना ज्यादा तेज़ी की रफ्तार से उड़ान भर सकती है। इसके अलावा इसकी मारक क्षमता 1,500 किमी तक की है।
किम ने दावा किया है कि यह मिसाइल प्रशांत क्षेत्र में बसे देशों में से उसके प्रतिद्वंद्वियों को रोकने में मदद करेगी। किम ने समाचार एजेंसी के सीएनए के जरिये यह चेतावनी भी दी है कि यह मिसाइल उन सभी प्रतिद्वंदी को मज़बूती से रोकने में सहायता करेगी, जो उनके देश की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है। इस मिसाइल से उत्तर कोरिया की सैन्य ताकत में एक अहम बढ़ोत्तरी हो गई है। हालाकिं किम ने यह स्पष्ट किया है कि यह मिसाइल उनकी आत्मरक्षा के लिए योजना और प्रयास में बनाई गई है, न की कोई आक्रामक योजना और कार्यवाही को मद्देनज़र रखते हुए बनाई गई है।
दूसरी तरफ इससे उत्तर कोरिया के दुश्मन देश जैसे की दक्षिण कोरिया और अमेरिका की चिंता बढ़ गई है। साथ ही दोनों ही देशों ने इस मिसाइल लॉन्च की निंदा भी की है। संयुक्त राज्य अमेरिका के राज्य सचिव ब्लिंकन और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ताए-यूल ने इस मिसाइल के परीक्षण की निंदा की है। इसके अलावा उन्होंने अंतरिक्ष और उपग्रह प्रौद्योगिकी पर मास्को के साथ उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के गहरे संबंधों की चेतावनी भी दी है। ब्लिंकन ने इस मिसाइल के बाद जापान और साउथ कोरिया के साथ अपने गहरे संबंध होने की इच्छा जताई है। साथ ही उन्होंने उत्तर कोरिया के रूस के साथ मज़बूद संबंध होते देख चिंता जताई है।