बॉलीवुड फिल्मों की मशहूर अदाकारा आलिया भट्ट की फिल्म 'जिगरा' शुक्रवार को थिएटर्स में रिलीज हुई, किंतु यह फिल्म पहले से ही विवादों में घिरी हुई है। फिल्म को मिले जुले रिव्यू मिले तथा यह बॉक्स ऑफिस पर दमदार शुरुआत करने में असफल रही। अब मणिपुर के एक्टर बिजोऊ थांगजम ने फिल्म के मेकर्स पर 'अनप्रोफेशनल बर्ताव' का आरोप लगाया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बिजोऊ ने एक पोस्ट में बताया कि उन्हें फिल्म में एक रोल का वादा किया गया था तथा स्टैंडबाय पर रहने के लिए कहा गया। इस कारण उन्होंने अन्य प्रोजेक्ट्स भी छोड़ दिए, किन्तु अंततः उन्हें 'जिगरा' में कोई काम नहीं मिला। बिजोऊ ने स्पष्ट किया कि वह 'जिगरा' से जुड़े विवादों में सम्मिलित होने या किसी एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए यह बात नहीं कह रहे हैं। बल्कि वह दिखाना चाहते हैं कि 'बड़े प्रोडक्शन हाउस नॉर्थ-ईस्ट के एक्टर्स के साथ कैसा बर्ताव करते हैं।' अपने स्टेटमेंट में बिजोऊ ने कहा, "मैं दिव्या खोसला कुमार की फिल्म 'सावी' की नकल को लेकर 'जिगरा' पर चल रहे विवाद में कूदने के लिए ये पोस्ट नहीं कर रहा। किन्तु मैंने बहुत वक़्त से 'जिगरा' टीम के बर्ताव को छुपा रखा था और अब इसे साझा करने का सही वक़्त है। 2023 में उनकी टीम ने मुझे एक रोल के लिए ऑडिशन का प्रस्ताव दिया था। मैंने उनकी टाइमलाइन के अनुसार चार महीने में दो बार ऑडिशन टेप्स भेजे। नवंबर के अंत में उन्होंने बताया कि मुझे दिसंबर में शूट करना होगा, हालांकि उन्होंने सटीक डेट नहीं बताई। इसके बाद भी उन्होंने मुझे दिसंबर के लिए बुक कर लिया और उम्मीद की कि मैं उनके लिए शूट के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगा।"
बिजोऊ ने बताया कि मणिपुर, इम्फाल में बेस्ड होने की वजह से उन्होंने पहले ही ट्रैवल अरेंजमेंट की जरूरत के बारे में साफ कर दिया था, मगर निर्माताओं ने इसे नजरअंदाज कर दिया। पूरे दिसंबर वह फिल्म की कास्टिंग टीम से संपर्क में रहे, मगर उन्हें कभी स्पष्ट रूप से नहीं बताया गया कि उनकी जरूरत किस तारीख को होगी। आखिरी बार 26 दिसंबर को उनसे संपर्क किया गया, जिसमें कहा गया कि 'जवाब मिलने का इंतजार किया जा रहा है।' फिर टीम ने उनसे कोई बात नहीं की। इस दौरान बिजोऊ ने अन्य प्रोजेक्ट्स भी खो दिए, मगर 'जिगरा' की टीम ने उन्हें कभी शूट के लिए बुलाया ही नहीं। बिजोऊ ने कहा, "मैं समझता हूं कि बड़े प्रोडक्शन हाउस कैसे काम करते हैं। डायरेक्टर भी बहुत टैलेंटेड हैं, इसमें कोई शक नहीं है। मगर जिस प्रकार से इस पूरी स्थिति को संभाला गया, वह बेहद अनप्रोफेशनल था। मेरे जैसे नॉर्थ-ईस्ट के एक्टर्स के लिए यह रिजेक्शन जैसा था और भेदभाव जैसा महसूस हुआ। मेरा वक्त बर्बाद हुआ और दूसरे मौके भी खो गए, क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि मैं उनके बुलाने पर तुरंत उपलब्ध हो जाऊं।" उन्होंने फिर से जोर दिया कि वह 'जिगरा' की कहानी या किसी विवाद में दिलचस्पी नहीं रखते हैं, बल्कि बस यह दिखाना चाहते हैं कि नॉर्थ-ईस्ट के एक्टर्स के साथ बड़े प्रोडक्शन हाउस कैसे व्यवहार करते हैं। अपना बयान खत्म करते हुए बिजोऊ ने उम्मीद जताई कि इससे लोगों को उनके साथ हुए बर्ताव के बारे में पता चलेगा।
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