फ्रांस के प्रसिद्ध भविष्यवक्ता माइकल दि नास्त्रेदमस, जिन्हें आमतौर पर नास्त्रेदमस के नाम से जाना जाता है, अपनी रहस्यमय भविष्यवाणियों के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं। उनकी भविष्यवाणियां लेस प्रोफेटिज नामक पुस्तक में संकलित हैं, जिसमें आने वाले समय की घटनाओं का उल्लेख किया गया है। अब तक उनकी कई भविष्यवाणियां, जैसे फ्रांसीसी क्रांति, नेपोलियन और हिटलर का उदय, और 9/11 के आतंकवादी हमले, सच साबित हो चुकी हैं। उनकी दूरदर्शी दृष्टि ने लोगों को हैरान और चिंतित किया है।
साल 2025 के लिए की गई उनकी भविष्यवाणियां न केवल डरावनी हैं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए गहरी चिंताओं का कारण भी बन सकती हैं। इन भविष्यवाणियों में तीसरे विश्व युद्ध, वैश्विक आर्थिक संकट, जलवायु परिवर्तन, अकाल और तकनीकी अधिग्रहण जैसे मुद्दे सम्मिलित हैं।
कौन है नास्त्रेदमस?
माइकल दि नास्त्रेदमस का जन्म 14 दिसंबर 1503 को फ्रांस के छोटे से गांव सेंट रेमी में हुआ। वे एक चिकित्सक, ज्योतिषी और लेखक थे। बचपन से ही उनकी रुचि ज्योतिष और खगोल विज्ञान में थी। उन्होंने विभिन्न ग्रहों और नक्षत्रों के अध्ययन के आधार पर भविष्यवाणियां कीं। नास्त्रेदमस ने 1566 में अपनी अंतिम सांस ली, किन्तु उनकी भविष्यवाणियां आज भी लोगों के बीच जिज्ञासा का केंद्र बनी हुई हैं।
2025 के लिए नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियां
नए साल के लिए नास्त्रेदमस ने जो भविष्यवाणियां की हैं, वे दुनिया को कई चुनौतियों का सामना करने की चेतावनी देती हैं। उनकी भविष्यवाणियों में वैश्विक स्तर पर तबाही और उथल-पुथल की संभावनाओं का जिक्र है।
1. तीसरे विश्व युद्ध की चेतावनी
नास्त्रेदमस ने 2025 में एक विनाशकारी युद्ध की भविष्यवाणी की है। उनका दावा है कि यह युद्ध न सिर्फ देशों के बीच बड़े पैमाने पर तबाही मचाएगा, बल्कि इससे लाखों लोगों की जान जाएगी। उन्होंने संकेत दिया है कि यह युद्ध अत्याधुनिक हथियारों और प्रौद्योगिकी का उपयोग करेगा, जिससे इसके प्रभाव और भी घातक होंगे।
2. वैश्विक आर्थिक संकट
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों के अनुसार, 2025 में दुनिया को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। इससे समाज में अस्थिरता और अशांति का खतरा बढ़ जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि यह संकट मैक्सिको, लैटिन अमेरिका के देशों और यूरोप को विशेष रूप से प्रभावित करेगा। वैश्विक बाजारों में गिरावट, मुद्रा संकट और बेरोजगारी की दर में वृद्धि जैसे परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
3. जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय आपदा
जलवायु परिवर्तन का प्रभाव 2025 में अपनी चरम सीमा पर पहुंच सकता है। नास्त्रेदमस के अनुसार, प्रदूषण और अन्य कारणों से अत्यधिक गर्म हवाएं चलेंगी, जो यूरोप और अन्य हिस्सों में जीवन को गंभीर रूप से प्रभावित करेंगी। उन्होंने इस बात की ओर भी इशारा किया है कि समुद्र का स्तर बढ़ने और प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि के कारण कई तटीय क्षेत्रों को खतरा होगा।
4. अकाल और खाद्य संकट
नास्त्रेदमस ने वैश्विक खाद्य असुरक्षा की ओर इशारा किया है। उनका कहना है कि प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि उत्पादन बुरी तरह प्रभावित होगा। कमजोर और अस्थिर क्षेत्रों में खाद्य संकट के चलते अकाल जैसी परिस्थितियां उत्पन्न होंगी। इससे सामाजिक तनाव और संघर्ष की संभावनाएं बढ़ेंगी।
5. तकनीकी अधिग्रहण
नास्त्रेदमस ने यह भी भविष्यवाणी की है कि 2025 में तकनीक का प्रभाव इतना अधिक हो जाएगा कि यह मानव जीवन पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर सकती है। उन्होंने संकेत दिया है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति होगी, लेकिन इसके परिणामस्वरूप मानवता के लिए नई चुनौतियां भी पैदा होंगी।