नई दिल्ली : नए साल में लोगों को एक बड़ी राहत मिली है। दरअसल सरकार ने राहत देते हुए फैसला लिया है कि अब से होटल या फिर रेस्टोरेंट में ग्राहकों के जाने पर सर्विस चार्ज नहीं देना होगा। दरअसल यदि ग्राहक चाहे तो सर्विस चार्ज दे सकता है और यदि नहीं चाहे तो उसके लिए यह आवश्यक नहीं होगा। होटल या फिर रेस्टोरेंट में जो लोग जाते हैं उन्हें 4-20 प्रतिशत तक सर्विस चार्ज देना पड़ता है लेकिन अब नए नियम के बाद लोगों को राहत मिलेगी।
दरअसल यह चार्ज होटल द्वारा लिया जाता है यदि ग्राहक सर्विस से संतुष्ट नहीं है तो फिर उसे यह चार्ज देने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने ट्वीट कर साफ किया है कि रेस्त्रां टैक्स के अलावा सर्विस चार्ज वसूल रहे हैं। सर्विस चार्ज वैकल्पिक है। उपभोक्ता पर निर्भर है कि वो सर्विस चार्ज देना चाहता है या नहीं।
इस मामले में सरकार ने कहा है कि रेस्टोरेंट-होटल को बोर्ड पर ये लिखना होगा कि असंतुष्ट ग्राहक सर्विस चार्ज को बिल से हटवा सकते हैं। हालाँकि इसके बाद भी अगर कोई होटल धोखे से सर्विस चार्ज वसूलता है तो उसके खिलाफ उपभोक्ता संरक्षण कानून 1986 के तहत शिकायत दर्ज की जा सकेगी। सरकार के इस फैसले से कई होटल मालिक नाखुश है। उनका कहना है कि सरकार के इस फैसले से होटल और ग्राहकों के बीच झगड़े की आशंका बढ़ गई है।