नाम का पहला अक्षर नहीं बल्कि जन्मदिन के आधार पर जानें अपनी राशि

नाम का पहला अक्षर नहीं बल्कि जन्मदिन के आधार पर जानें अपनी राशि
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भारत में राशि कि अगर बात की जाए तो हर इंसान यही सोचता है कि उसके नाम का पहला अक्षर उसकी राशि का निर्धारण करता है। अगर आप भी यही सोचते है तो यहां पर हम आपको बता दें कि आप बहुत ही गलत सोच रहे हैं। दरअसल  राशि का निर्धारण आपके जन्मदिन पर आधारित रहता है। जिस दिन आपका जन्म होता है उसी दिन आपकी राशि भी निर्धारित होती है।

इनमें से बहुत से लोग तो ऐसे भी हैं जिन्हे अपनी राशि का ज्ञान भी नहीं होता तो वह अपने नाम का पहला अक्षर पर आधारित राशि का अनुमान लगाते हैं। अगर आप भी अपनी राशि से अनभिज्ञ हैं और अपने नाम के पहले अक्षर को ही अपनी राशि का बताते हैं तो हम आपको बतादें कि आप यहां पर गलत है। आज हम आपको अपके जन्मदिन के आधार पर राशि चुनाव करने सम्बधित जानकारी बता रहे हैं जिसे पढ़कर आप अपनी राशि का चुनाव कर सकते हैं।

विभिन्न राशि पध्दति- ज्योतिष के पांच प्रमुख अंग हैं। इन्हीं के जरिए यह जाना जा सकता है कि पैदा होने वाले जीव का स्वभाव कैसा होगा, आने वाले समय में जीव पर किस प्रकार से कौन-कौन से ग्रह का असर होगा। हमारे मनीषियों ने यह बताया है कि समय की सूक्ष्म से सूक्ष्म इकाई महत्वपूर्ण है। ग्रहों-नक्षत्रों की गति पल-पल बदलती रहती है और इसी के अनुसार हर प्राणी प्रभावित होता है। 

सौर या सूर्य आधारित राशि- सूर्य जिस राशि में होता है, उसी के अनुसार राशि का निर्धारण होता है। इस पद्धति के अनुसार पूरे एक माह तक पैदा होने वाले जातकों की एक ही राशि होती है। 21 मार्च-20 अप्रैल तक जन्मे लोगों की राशि मेष, 21 अप्रैल-20 मई तक वृष, 21 मई-21 जून तक मिथुन, 22 जून-22 जुलाई तक कर्क, 23 जुलाई-23 अगस्त तक सिंह, 24 अगस्त-23 सितम्बर तक कन्या, 24 सितम्बर-22 अक्तूबर तक तुला, 23 अक्तूबर-22 नवम्बर तक वृश्चिक, 23 नवम्बर-21 दिसम्बर तक धनु, 22 दिसम्बर-21 जनवरी तक मकर, 22 दिसम्बर-21 जनवरी तक कुम्भ और 20 फरवरी- 20 मार्च तक जन्मे लोग मीन राशि के होते हैं। 

चाइना पद्धति में राशि- इस पद्धति में भी राशियां तो बारह ही हैं, पर उनके निर्धारण  का आधार जन्म के वर्ष से होता है। यानी इसमें एक वर्ष में पैदा होने वाले सभी जातकों की राशि एक ही होती है। 12 साल बाद वही राशि दुबारा आती है। राशियों के नाम भी ज्यादातर जानवरों के नाम पर रखे गए हैं। जैसे स् 2000, 12, 24, 36 (बारह वर्षों के अंतर से) में पैदा होने वालो की राशि ड्रैगन, 2001, 13, 25 वालों की सांप, 2002, 14, 26 वालों की अश्व, 2003, 15, 27 वालों की भेड़, 2004, 16, 28 वालों की बंदर, 2005, 17, 29 वालों की मुर्गा, 2006, 18, 30 वालों की कुत्ता, 2007, 19, 31 वालों की शूकर, 2008, 20, 32 वालों की मूषक, 2009, 21, 33 वालों की  वृषभ और 2010, 22, 34 वालों की राशि इस पद्धति के अनुसार सिंह होती है। इनका चक्र 12 वर्ष में पूरा होता है। इससे ऐसा लगता है कि कहीं न कहीं इन्होंने गुरु को आधार माना है। 

 

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