नई दिल्ली: देश में नोटबंदी की मार से जहा लोगो की आर्थिक दिनचर्या पर प्रभाव पड़ा है. वही इसका असर वाहनों की बिक्री पर भी देखा जा सकता है,. हाल में सामने आये आंकड़ो में इस बात का खुलासा हुआ है कि पिछले 16 साल में वाहनों की बिक्री में नोटबंदी के बाद सबसे ज्यादा गिरावट आयी है. आटोमोबाइल कंपनियों के संगठन ‘सियाम' ने हाल ही में इस बारे में ताजे आंकड़े जारी किये है. जिसमे गिरावट बताई गयी है.
सियाम के आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2016 में विभिन्न श्रेणियों के वाहनों की बिक्री 18.66 प्रतिशत घटकर 12,21,929 रही. वहीं एक साल पहले दिसंबर में कुल मिलाकर 15,02,314 थी. सियाम के महानिदेशक विष्णु माथुर ने संवाददाताओं को बताया ‘दिसंबर 2000 के बाद यह विभिन्न प्रकार के वाहनों की बिक्री में आयी सबसे बड़ी गिरावट है. उस समय गिरावट 21.81 प्रतिशत थी. इसकी बड़ी वजह नोटबंदी को बताय गया है.
रिपोर्ट में बताया है कि दिसम्बर में हल्के वाणिज्यिक वाहनों की श्रेणी को छोड़कर वाहनों की अन्य सभी श्रेणियों में बिक्री कम हुई है, जिसमे हल्के वाहनों की श्रेणी में बिक्री 1.15 प्रतिशत बढ़कर 31,178 वाहन रही है. घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री दिसंबर महीने में 1.36 प्रतिशत घटकर 2,27,824 वाहन रही. एक साल पहले इसी महीने में 2,30,959 यात्री वाहन बेचे गये थे. घरेलू बाजार में कारों की बिक्री दिसंबर में 8.14 प्रतिशत घटकर 1,58,617 वाहन रही. दिसंबर 2015 में 1,72,671 कारों की बिक्री घरेलू बाजार में हुई थी. दिसंबर 2016 में मोटरसाइकिलों की बिक्री भी 22.5 प्रतिशत घटकर 5,61,690 इकाई जबकि एक साल पहले इसी माह में 7,24,795 मोटरसाइकिलें बेची गयीं थी. जिसमे दिसंबर में इनकी बिक्री 22.04 प्रतिशत घटकर 9,10,235 इकाई रही जबकि एक साल पहले इसी महीने में 11,67,621 दुपहिया वाहनों की बिक्री हुई थी.
वाणिज्यिक वाहनों की बात करे तो इनकी बिक्री भी 5.06 प्रतिशत कम होकर 53,966 इकाई रही. एक साल पहले दिसंबर में 56,840 वाणिज्यिक वाहन बेचे गये थे. कुल मिलाकर दिसंबर माह में सभी तरह के वाहनों की बिक्री में 18.66 प्रतिशत की कमी आयी और यह 12,21,929 रही जबकि दिसंबर 2015 में कुल मिलाकर 15,02,314 वाहन बेचे गये थे.
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