देहरादून: उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने एवं मकानों की दीवारें दरकने के पश्चात् अब जोशीमठ-बद्रीनाथ हाईवे पर दरारें देखी गई हैं। हाईवे के 5 जगहों पर ये दरारें देखी गई हैं। नई दरारें नजर आने के पश्चात् बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) ने इसकी सूचना जारी की है। दरार वाली जगहों पर BRO की टीम ने रेगुलर मेंटेनेंस कर दिया है।
जोशीमठ समेत उत्तराखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में जमीन दरकने के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसकी शुरुआत जोशीमठ से हुई थी, तत्पश्चात, कर्णप्रयाग में भी इस प्रकार की घटनाएं देखी गई थीं। हाल ही में ब्रद्रीनाथ हाईवे के समीप स्थित ITI क्षेत्र के बहुगुणा नगर एवं सब्जी मंडी के ऊपरी भागों में भी दरारें नजर आने की बात सामने आई थी। तत्पश्चात, एक टीम निरीक्षण के लिए पहुंची थी, जिसे 25 घरों में बड़ी-बड़ी दरारें मिली थीं। इनमें से 8 घरों को बेहद खतरनाक घोषित किया गया था, जिसमें रहने वाले लोगों से मकान खाली करा लिए गए थे।
वही हाल ही में कर्णप्रयाग के मरोडा गांव में भी कई मकानों में दरारें देखी गई थीं। घरों में इस प्रकार की दरारें पड़ी थीं कि जैसे इस दीवार पर बिजली गिर गई हो। इसके अतिरिक्त घरों की नींव भी खिसक रही थी। बता दें कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के रामबन और डोडा में स्थित घरों में भी दरारें देखी गई थीं। जमीन दरकने की घटनाएं सामने आने के पश्चात् बेघर हुए लोगों के लिए सरकार सेटमेंट प्लान लाई थी। इसके तहत लोगों को 3 विकल्प सुझाए गए थे। प्लान में यह भी बताया गया था कि किसी भी विकल्प को अपनाने और सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए लोगों को अपने घर की रजिस्ट्री सरकार के नाम पर करनी होगी।
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