राजस्थान के पश्चात अब पंजाब में कांग्रेस नेताओं के मध्य तकरार प्रारंभ हो गई है. पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों ने हालिया जहरीली मदिरा केस में प्रदेश सरकार की आलोचना की है. वही, गुरुवार को राज्यसभा मेंबर प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दुलो को वर्तमान कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग की. पंजाब सरकार के मंत्रियों ने एक मीडिया वर्ता में सांसदों के आचरण को "घोर अनुशासनहीनता" बताया और कहा कि उनके लिए पार्टी का कोई ‘महत्व’ नहीं बचा है. मंत्रियों ने बताया कि उन्हें बिना किसी विलंब के बाहर निकालने की आवश्यक है.
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बता दे कि पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने 2 दिन पहले बताया था कि वह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को खत लिखेंगे कि उनके विरूध्द ' अनुशासनहीनता ' को लेकर सख्त कार्यवाही की जाए. राज्यसभा के दोनों सदस्यों ने हालिया जहरीली शराब मामले को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकरार की आलोचना की थी. उस हादसे में 113 लोगों की मृत्यु हो गयी थी. मंत्रियों ने बताया कि अनुशासनहीनता किसी भी वक्त सहन नहीं की जा सकती है. प्रदेश में विधानसभा चुनाव में दो वर्ष से भी कम वक्त रह गया है.
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उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि सांसद के रूप में अपना कार्य करने के अलावा उनका इरादा अपनी गवर्नमेंट को ही “अस्थिर” करना है. मंत्रियों ने बताया कि पार्टी और सरकारी मंचों को दरकिनार कर राज्यपाल से कांटेक्ट किया है. इन दोनों सांसदों ने न केवल लोकतांत्रिक शासन के मूल तत्व पर हमला बोला है, बल्कि पंजाब पुलिस को भी कमतर करने का प्रयास किया है.
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