चंडीगढ़: पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ ने छात्राओं को मासिक धर्म (पीरियड्स) के दौरान एक दिन की छुट्टी देने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह पहल आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 से लागू होगी। यह पंजाब में पहली बार है जब किसी विश्वविद्यालय ने छात्राओं को पीरियड्स के दौरान छुट्टी देने का फैसला लिया है। इससे पहले, केरल की कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने जनवरी 2023 में देश की पहली यूनिवर्सिटी बनकर यह सुविधा शुरू की थी।
विश्वविद्यालय ने इस संबंध में एक सर्कुलर जारी किया है जिसमें छुट्टी लेने के नियमों और शर्तों का उल्लेख किया गया है। छुट्टी के लिए छात्रा को न्यूनतम 15 दिन उपस्थित रहना होगा। प्रति सेमेस्टर में चार दिन की छुट्टी दी जाएगी। छुट्टी केवल आम दिनों में ही मिलेगी, परीक्षा के दौरान नहीं छुट्टी नहीं मिलेगी। छुट्टी की अनुमति अध्यक्ष/निदेशक द्वारा दी जाएगी। आवेदन अनुपस्थिति के पांच कार्य दिवसों के अंदर करना होगा। छुट्टी का स्व-प्रमाणन करना होगा। किसी एक महीने में केवल एक दिन की छुट्टी मिलेगी। विश्वविद्यालय का कहना है कि यह पहल महिला स्वास्थ्य और शिक्षा में उनकी भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए है।
इस पहल का छात्राओं ने स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे उन्हें पीरियड्स के दौरान होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी और वे अपनी शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगी। यह एक सकारात्मक पहल है जो महिलाओं के अधिकारों को आगे बढ़ाएगी और उन्हें शिक्षा में समान अवसर प्रदान करेगी। अन्य विश्वविद्यालय भी पंजाब विश्वविद्यालय की राह पर चल सकते हैं। इस खबर से महिलाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है। यह जानकारी विश्वविद्यालय द्वारा जारी सर्कुलर के आधार पर दी गई है।
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