कोलकाता. आए दिन भारत पर पडोसी देश हमला करते ही रहते है तथा कई तरह की साजिश भी रचते है. ऐसे में पाकिस्तान की भाषा समझने में ज्यादा परेशानी नहीं होती लेकिन चीन की भाषा समझना आसान नहीं है. तथा ऐसी कई तरह की गतिविधियां रोकने के लिए विश्व भारती विश्वविद्यालय ने हाल ही में एक सर्टिफिकेट स्तर के कोर्स की शुरुआत की है.
बता दे कि सिर्फ जंगी कारणों से जवानो को चीनी भाषा नहीं सिखाई जा रही बल्कि इसलिए भी सिखाई जा रही है ताकि सैनिकों को चीन की समृद्ध संस्कृति और दोनों देशों के बीच सदियों के संबंध का ज्ञान हो जाये. तथा इससे कही ना कही दोनों देशो के बीच शांति का माहौल भी बनेगा.
जानकारी दे दे कि सेना के जवान यहाँ सिखने नहीं आएंगे बल्कि सेना के कुछ प्रतिष्ठानों पर शिक्षक खुद उन्हें भाषा सिखाने जाएंगे. जल्द ही इस कार्य को आगे बढ़ाया जायेगा.
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