अक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि शौक के चलते कई बच्चे 18 से पहले ही बाइक या स्कूटर चलाने लग जाते है, जबकि उनके पास ड्राइविंग लइसेंस भी नहीं होता. ऐसा करना ट्रैफिक नियमों को तोड़ना होता है. पकड़े जाने पर व्हीकल मालिक के नाम तगड़ा चालान और जेल तक का प्रावधान है. ऐसे बच्चों के लिए लिए राहत की बात ये है कि अभी इलेक्ट्रिक वाहनों के नियमों में कुछ छूट होने के चलते वे इनका इस्तेमाल, कुछ नियम और शर्तों के साथ किया जा सकता है. जिनके बारे में हम आपको जानकारी देने जा रहे है.
ये है नियम: ऐसे लोग जिनकी एज 18 साल होने वाली है और वो टू-व्हीलर की सवारी करना चाह रहे हैं या 18 साल की एज पूरी होने तक दोपहिया वाहन चलाना सीखना चाह रहे है. 18 वर्ष की उम्र पूरी होते ही DL के लिए अप्लाई कर पाएंगे. वो लोग ऐसे दोपहिया वाहन की सवारी कर सकते हैं जिसकी टॉप-स्पीड 25 से अधिक की न हो. इसके अलावा इंजन की पावर कैपेसिटी भी 50 cc से अधिक की नहीं होनी जरुरी.
देश में मौजूद कुछ इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस/रजिस्ट्रेशन कि आवश्यकता नहीं पड़ती है, क्योंकि इनकी अधिकतम स्पीड को 25 kmph तक सीमित रखा गया है.
एम्पीयर रियो प्लस: यह स्कूटर सिंगल चार्ज पर यह 65 किमी तक की रेंज देता है. इसे चार्जिंग करने पर छह घंटे तक का वक़्त लगता है. इसको चलाने पर इसकी टॉप स्पीड 25 kmph की है. इसे चलाने के लिए DL या रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं पड़ती. इसे 16-18 वर्ष का व्यक्ति भी चला पाएगा.
ओकिनावा R30: ये स्कूटर सिंगल चार्ज पर 60 किमी तक की रेंज देने का काम करता है. इसकी टॉप स्पीड 25 kmph की है. कंपनी के दावे के मुताबिक इसके बैटरी-पैक को घर में ही 4-5 घंटे में पूरी तरह से चार्ज भी कर सकते है. कीमत के हिसाब से इस स्कूटर में बहुत एडवांस फीचर्स मौजूद हैं.
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