नई दिल्ली : फर्जी लाइसेंसों पर लगाम लगाने के लिए सरकार अब ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से लिंक करने की तैयारी कर रही है.इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है, जिसकी मदद से ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से लिंक किया जाएगा.सरकार ने यह जानकारी बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को दी.
बता दें कि सड़क सुरक्षा पर कोर्ट के द्वारा बनाई गई एक समिति ने सुप्रीम कोर्ट के जजों जस्टिस मदन बी. लोकुर और जस्टिस दीपक गुप्ता की पीठ को बताया कि सड़क परिवहन एवं राज मार्ग मंत्रालय के संयुक्त सचिव से हुई चर्चा के अनुसार मंत्रालय नेशनल इन्फर्मेटिक्स सेंटर के साथ मिलकर एक सॉफ्टवेयर तैयार कर रहा है. इस सॉफ्टवेयर का नाम सारथी-4 है. इसके द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस से आधार को जोड़ा जाएगा.
उल्लेखनीय है कि सड़क सुरक्षा के लिए बनी समिति को सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज के. एस. राधाकृष्णन ने नियुक्त किया था.इस समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि सारथी-4 सॉफ्टवेयर से रीयल टाइम बेसिस पर सभी राज्यों को जोड़ा जाएगा, जिसके बाद देश में कहीं भी फर्जी या डुप्लीकेट लाइसेंस लेना संभव नहीं होगा. जाहिर है सरकार के इस प्रयास से फर्जी लायसेंस बनना रुकेंगे वहीं दुर्घटनाएं भी नियंत्रित होंगी.
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