नई दिल्ली: कांग्रेस ने आज गुरुवार (15 फ़रवरी) को चुनावी बांड योजना को रद्द करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया और कहा कि इससे नोटों पर वोट की ताकत मजबूत होगी। एक्स पर एक पोस्ट में, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि, "सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार की बहुप्रचारित चुनावी बांड योजना को संसद द्वारा पारित कानूनों के साथ-साथ भारत के संविधान दोनों का उल्लंघन माना है।"
उन्होंने कहा कि, लंबे समय से प्रतीक्षित फैसला बेहद स्वागत योग्य है और यह नोटों पर वोट की ताकत को मजबूत करेगा। जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि, "मोदी सरकार चंदादाताओं को विशेषाधिकार देते हुए अन्नदाताओं पर किसी भी तरह का अत्याचार कर रही है।" उन्होंने आगे लिखा कि, "हमें यह भी उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट इस बात पर ध्यान देगा कि चुनाव आयोग लगातार वोटर वेरिफ़िएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) के मुद्दे पर राजनीतिक दलों से मिलने से भी इनकार कर रहा है। अगर मतदान प्रक्रिया में सब कुछ पारदर्शी है तो यह हठ क्यों है?"
बता दें कि, आज सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बांड योजना को यह कहते हुए रद्द कर दिया कि यह संविधान के तहत सूचना के अधिकार और भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन करती है। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) को ये आदेश भी दिया कि, वो राजनितिक दलों को मिलने वाले चंदे की जानकारी सार्वजनिक करे।