इंडस्ट्री को लेकर अब इस गीतकार ने किया चौंकाने वाला खुलासा

इंडस्ट्री को लेकर अब इस गीतकार ने किया चौंकाने वाला खुलासा
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मनोरंजन जगत में कलाकारों के बीच वेतन भेद और पेमेंट गैप पर चर्चा तेज हो गई है। पहले सिर्फ हीरो और हीरोइन के वेतन की तुलना पर बातें होती थीं, मगर अब यह मुद्दा विस्तारित हो चुका है। अब प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ाने वाले स्टार्स के तंत्रम तथा सिंगर्स-राइटर्स की फीस तक पर चर्चा हो रही है। लिरिसिस्ट ए. एम. तुराज ने इस पेमेंट प्रोसेस में व्याप्त पक्षपात पर अपनी राय दी है। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि इस पेमेंट प्रोसेस में बड़ा अंतर है, तथा यह न सिर्फ एक्टर्स बल्कि सिंगर्स और राइटर्स के बीच भी मौजूद है। उनके अनुसार, यह स्थिति सुधारने की जरुरत है जिससे इंडस्ट्री को बेहतर बनाया जा सके।

ए. एम. तुराज ने कहा, "पेमेंट गैप इतना बड़ा है कि यह हां और ना के बराबर है। इसमें जमीन और आसमान का फर्क है, जो बिल्कुल सही नहीं है। इसमें जिनका नुकसान हो रहा है, उनका नुकसान तो हो ही रहा है, तथा जिनको सही मूल्य नहीं मिल रहा है, उनकी स्थिति भी खराब है। यह एक्टर्स के लिए भी नुकसानदायक है। इससे बड़ा क्रिएशन नहीं हो पा रहा है तथा फिल्में निरंतर गिर रही हैं।" तुराज ने सवाल उठाया, "आप 200 करोड़ या 500 करोड़ दे दीजिए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मेरे घर से तो पैसा नहीं जा रहा है, मगर यदि टिकट 5 करोड़ का बिकता है, तो आप उसे 100 करोड़ दे दो, किन्तु टिकट की बिक्री तो उतनी ही रहेगी। उसी प्रकार, जिस मनुष्य को एक लाख, दो लाख या एक-दो करोड़ दिया जाता है, उसका टिकट उतना ही बिकता है। यदि टिकट विंडो पर फर्क नहीं है, तो अंदर क्यों है?" 

उन्होंने यह भी बताया कि इसका प्रभाव यह होता है कि फिल्म का एक बड़ा हिस्सा, जो फिल्म को और बेहतर बना सकता था, वो खर्च नहीं हो पाता। तकनीकी रूप से फिल्म को और साउंड बनाया जा सकता था और इसमें और अच्छा काम किया जा सकता था। मगर आजकल एक्टर्स भी बहुत कम समय देते हैं, जैसे कि 20 या 25 दिन। इससे फिल्म की गुणवत्ता प्रभावित होती है और हमारी सिनेमा इंडस्ट्री को नुकसान होता है। ए. एम. तुराज, जिनका पूरा नाम आस मोहम्मद तुराज है, एक कवि, संगीतकार, और स्क्रिप्ट राइटर हैं। उन्होंने हीरामंडी, जेल, गुजारिश, चक्रव्यूह और जैकपॉट जैसी फिल्मों के गाने लिखे हैं। गुजारिश का "उड़ी", "तेरा जिक्र", और जैकपॉट का "कभी जो बादल बरसे", "आयत" उनके फेमस गानों में सम्मिलित हैं। उन्होंने पद्मावत फिल्म का "घूमर", "बिनते दिल" और "खलबली" भी लिखा है।

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