देशभर में 1 अप्रैल से शुरू होगा NPR और जनगणना का कार्य, जानिए क्या है एनपीआर

देशभर में 1 अप्रैल से शुरू होगा NPR और जनगणना का कार्य, जानिए क्या है एनपीआर
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नई दिल्ली:1 अप्रैल से देशभर में 2021 की जनगणना और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को अपडेट करने के सिलसिले में तेजी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. वहीं, पूरे देश में यह दोनों प्रक्रिया शुरू हो जाएंगी और ये 30 सितंबर तक चलेंगी. जनगणना अभियान के लिए नियुक्त निदेशकों के सम्मेलन के पश्चात् केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से यह जानकारी दी गई है. जिसमें गृह मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, मकानों को सूचीबद्ध करने का कार्य इन दिनों चल रहा है. बीते गुरुवार को हुए सम्मेलन में अभियान की तैयारियों की समीक्षा की गई और उस पर संतोष व्यक्त किया गया.

वहीं, सम्मेलन में जिन प्रमुख विषयों पर बातचीत हुई उनमें 2011 की जनगणना के पश्चात् न्यायाधिकार में हुए बदलावों और वैधानिक कस्बों तथा जनगणना कस्बों को अंतिम रूप देना शामिल रहा है. शहरी संकुलन, विशेष शुल्कों का सृजन और बर्फबारी वाले क्षेत्रों, राज्य और जिलास्तर पर जनगणना कर्मियों के प्रशिक्षण की स्थिति पर भी विचार विमर्श किया गया. इसी के साथ सम्मेलन में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की ओर से प्रस्तुतिकरण दिए गए. इनसे इतर बाकी राज्य इसके लिए तैयारियों की स्थिति पर शुक्रवार को प्रस्तुतिकरण देंगे. आप सभी को बता दे कि घरों की सूची तैयार करने के साथ साथ राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्ट्रर (NPR) भी तैयार की जाएगी.

सर्वे में घरों की नंबरिंग के साथ उस घर में रहने वाले मुखिया समेत  परिवार के सदस्यों की जानकारी ली जाएगी. सामान्य निवासी का नाम, घर के स्वामी के साथ उसका संबंध, पिता का नाम, माता का नाम, पति या पत्नी का नाम (विवाहित होने पर), लिंग, जन्मतिथि, वैवाहिक स्थिति, जन्मस्थान, राष्ट्रीयता (घोषित), स्थायी और अस्थायी पता, अस्थायी पता पर निवास की अवधि, पेशा और शैक्षणिक योग्यता जैसी जानकारी इसमें शामिल  होगी. इस बार आधार कार्ड नंबर और मोबाइल नंबर की जानकारी भी ली जाएगी. इस बार की जनगणना में देश की जनसंख्या में आर्थिक गतिविधि, साक्षरता, आवास और आवासीय सुविधाएं, शहरीकरण, जन्म और मृत्यु दर, जाति, भाषा, धर्म, पलायन, दिव्यांगता इत्यादि के बारे में विस्तृत और सटीक जानकारी भी एकत्र की जाती है. इसी के आधार पर  बीते दस साल में देश की प्रगति का पता चलता है और आगामी सरकारी योजनाओं को इस जनगणना से मिले आकड़ो के आधार पर तैयार किया जाता है. बीती बार 2011 में जनगणना हुई थी, अब जनगणना-2021 में होगी.

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