वाशिंगटन: पिछले कई दिनों से लगातार हाहाकार मचा रहा कोरोना वायरस अब थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन इस वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है, जिसके कारण आज मानवीय पहलू तबाही की कगार पर पहुंच चुका है. हर दिन इस वायरस के कारण न जाने ऐसे कितने परिवार है जी मौत का शिकार हो रहे है, वहीं इस वायरस का संक्रमण लोगों की जान का दुश्मन बनता जा रहा है रोजाना इसकी चपेट में आने से लाखों लोग संक्रमित हो रहे है. यदि हम बात करें दुनियाभर में मरने वालों की तो अब तक 2 लाख 52 हजार से अधिक लोगों की मौते हो चुकी है.
दो महीने में 35 गुना केस: कोरोना संक्रमण के फैलने की दर मौजूदा वक्त में काफी तेज है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी लाइव ट्रैकर के आंकड़ों पर नजर डालें तो पाएंगे कि छह मार्च को दुनियाभर में 100,645 केस दर्ज किए गए थे जबकि मौजूदा वक्त में यह संख्या 35 लाख को पार कर गई है. मोटे तौर पर यह कह सकते हैं कि दो महीने बाद कोरोना के मामलों में यह इजाफा 35 गुना है. रिपोर्टों के मुताबिक, दुनियाभर में 1,00,000 लोगों को संक्रमित होने में 67 दिन लगे थे जबकि आंकड़े के दो लाख तक पहुंचने में महज 11 दिन लगे थे.
अमेरिका में स्वास्थ्य केंद्रों ने मांगी कानूनी सुरक्षा: अमेरिका में कोरोना से बड़ी संख्या में लोगों के मरने से राष्ट्रीय स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों के खिलाफ अनुचित देखभाल के मुकदमों के बढ़ने की आशंका है जिसकी वजह से ये केंद्र कानूनी सुरक्षा मांगने पर मजबूर हो रहे हैं. समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के कम से कम 15 राज्यों ने गवर्नरों के आदेश लागू किए हैं जो नर्सिंग होम और अन्य देखभाल केंद्रों को संकट के इस दौर में मुकदमों से कुछ हद तक सुरक्षा मुहैया कराते हैं. कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित न्यूयॉर्क में एक पैरवी समूह ने उपायों का एक मसौदा तैयार किया है जो मुकदमों से सुरक्षा प्रदान करता है.
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