बांग्लादेश : म्यांमार से आने वाले रोहिंग्या शरणार्थीयो की संख्या बांग्लादेश में बढ़ती जा रही है, लगातार म्यांमार से शरणार्थी आ रहे है, पिछले 48 घंटो में करीब 10,000 से 15,000 शरणार्थी बांग्ला देश पहुंचे. यह आकड़ा अब तक 5,82,000 हो गया है, जिनको शिविर में रखा जा रहा है. रविवार को पहुंचे शरणार्थियों द्वारा बताया गया कि उनके गांवों में आग लगने के बाद उन्हें वहां से जाने के लिए मजबूर किया गया.
उल्लेखनीय है कि पिछले 48 घंटो में म्यांमार से आने वाले शरणार्थियों की संख्या बांग्लादेश में 10,000 से 15,000 हो गयी है, एक समाचार एजेंसी के अनुसार, शरणार्थियों के लिए बने शिविरों में जाने से पहले यह शरणार्थी बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा पंजीकृत होने का इंतजार कर रहे हैं. जिनेवा में यूएनएचसीआर के प्रवक्ता एंड्रेज महेसिक ने कहा, यूएनएचसीआर बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंसा से भागकर आने वाले इन शरणार्थियों को तत्काल शरण देने की वकालत कर रहा है. इन आने वाले शरणार्थियों में से 60% बच्चे है, जिन्हे देख कर मर्काडो ने कहा, बच्चों ने क्रूरता देखी है. उन्हें आश्रय, पानी, टीकाकरण और सुरक्षा के रूप में सहायता की तत्काल आवश्यकता है. साथ ही यूनिसेफ की प्रवक्ता मैरिक्सी मर्काडो ने कहा कि अगले छह महीनों में रोहिंग्या शरणार्थी बच्चों की सहायता के लिए अभी तक संगठन ने 7.6 करोड़ डॉलर में से केवल सात प्रतिशत जुटाने में सफलता पाई है.
बता दे कि हैजा से बचाव के ठीके भी इन शरणार्थियों को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा लगाए जा रहे है, जिसमे केवल पांच वर्ष के बच्चो का टीकाकरण होगा, पहले चरण में बांग्लादेश के कॉक्स बाजार इलाके में 6,80,000 रोहिंग्या शरणार्थियों को हैजा से बचने के लिए टीकाकरण संपन्न किया. इन शरणार्थियों के लिए विभिन्न शिविरों के माध्यम से स्वास्थ्य, रहना और खाने की व्यवस्था की जा रही है.
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