शनिवार देर रात राज्य के सरकारी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रही नर्सों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है. नर्सों ने सरकार से मिले अल्टीमेटम के बाद हड़ताल को खत्म किया है. गौरतलब है कि वेतन और स्टाफ बढ़ाने की मांग को लेकर 18 मई से हड़ताल की जा रही थी. हड़ताल चलने के कारण राज्य में अस्पताल में मरीजों को समस्या का सामना कारण पड़ा रहा था. इसे देखते हुए शनिवार को ही स्वास्थ्य विभाग ने सख्ती बरते हुए नर्सों को चेतावनी दी कि तुरंत अपने काम पर न लौटने पर बर्खास्तगी की जाएगी.
नर्सों को जेल में बंद करने पर अन्य राज्यों के नर्स संगठन ने भी छत्तीसगढ़ में कार्यरत नर्सों के पक्ष में बात रखी है और हड़ताल का समर्थन किया है. दिल्ली के निजी अस्पताल की नर्सों ने सीएम को पत्र लिखकर अपनी मांग पूरी करने का अनुरोध किया है.
नर्सों की हड़ताल को देखते हुए सरकार को एस्मा लगाना पड़ा जिसके बाद लगभग 800 नर्सों को गिरफ्तारी की गई. जानकारी के अनुसार देर रात जेल में बंद 227 नर्सों को रिहा कर दिया गया है. वहीं जेल में बंद नर्सोंं ने ये आरोप लगाया था कि जेल में उन्हें सुबह शाम केवल एक ही तरह सब्जी दी जा रही है. यही नहीं रोटी भी फेंककर दी जाती है.
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