70 के दशक में बॉलीवुड में अपनी एक अलग ही गहरी छाप छोड़ने वाली एक्ट्रेस नूतन की आज पुण्यतिथि है. नूतन, जिन्हें आप जानते ही होंगे. बॉलीवुड की कई फल्मों में उन्होंने काम किया है और आज भी उनकी एक्टिंग के लिए जाना जाता है. ब्लैक एंड व्हाईट फ़िल्मों का दौर था लेकिन, उन्होंने अपने अभिनय से बड़े पर्दे पर जो रंग भरा वो आज भी बेहद गहरा और चटक है. आपको बता दें, नूतन का जन्म मुंबई में ही 4 जून 1936 को एक मराठी परिवार में हुआ था. उनके पिता कुमारसेन समर्थ एक जाने-माने निर्देशक और कवि रहे हैं जबकि उनकी मां शोभना समर्थ एक जानी-मानी अभिनेत्री थीं.
इससे ज़ाहिर है परिवार में कला को लेकर एक माहौल रहा जिससे कला उन्हें विरासत में मिली. पंचगनी के एक कॉन्वेंट स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद वो उच्च शिक्षा के लिए स्विटज़रलैंड चली गईं. विदेश जाने से पहले वो कुछ फ़िल्में कर चुकी थीं जो कामयाब नहीं हो पायी. महज 14 साल की उम्र में उन्होंने अपनी मां के निर्देशन में बनी फ़िल्म ‘हमारी बेटी’ से डेब्यू किया था. घर में फिल्मी माहौल रहने के कारण नूतन अक्सर अपनी मां के साथ शूटिंग देखने जाया करती थी. इस वजह से उनका भी रूझान फिल्मों की ओर हो गया और वह भी अभिनेत्री बनने के ख्वाब देखने लगी. नूतन ने बतौर बाल कलाकार फिल्म 'नल दमयंती' से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की.
आगे बता दें, इस बीच नूतन ने अखिल भारतीय सौंदर्य प्रतियोगिता में हिस्सा लिया जिसमें वह प्रथम चुनी गयी लेकिन बॉलीवुड के किसी निर्माता का ध्यान उनकी ओर नहीं गया. ये कहना गलत नहीं होगा कि बॉलीवुड में काम करने वाली पहली मिस इंडिया रही थी नूतन. इसके बाद नूतन ने 'हमलोग', 'शीशम', 'नगीना' और 'शवाब' जैसी कुछ फिल्मों में अभिनय किया लेकिन इन फिल्मों से वह कुछ खास पहचान नहीं बना सकी. वर्ष 1955 में प्रदर्शित फिल्म 'सीमा' से नूतन ने दमदार एक्टिंग से सभी का दिल जीत लिया.
जानकारी दे दें, हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में बतौर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री सर्वाधिक फिल्म फेयर पुरस्कार प्राप्त करने का कीर्तिमान नूतन और काजोल के नाम संयुक्त रूप से दर्ज है. उनको अपने सिने करियर में पांच बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. लेकिन लगभग चार दशक तक अपनी पेहचाहन बनाने वाली एक्ट्रेस 21 फरवरी 1991 को इस दुनिया को अलविदा कह गईं.