यह जानकार शायद आपको हैरानी हो कि जिस खिलाड़ी को रन मशीन कहा जाता हो वह वह किसी टेस्ट सीरीज में 10वें क्रम पर आने वाले मोहम्मद शमी से भी कम रन बनाने वाले है. लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि किसी श्रृंखला में विराट के बल्ले से एक भी शतक नहीं जड़ पाए. क्या आप ये भी सोच सकते हैं कि 5 टी-20, 3 वन-डे और 2 टेस्ट मैच खेलने के बाद कोहली सिर्फ 218 रन ही बना पाएंगे? लेकिन ऐसा हुआ, न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत सिर्फ 0-2 से टेस्ट सीरीज नहीं हारा बल्कि अपने कप्तान को सबसे बुरे दौर से भी गुजरते हुए देख रहा है.
याद आया 2014 का इंग्लैंड दौरा: जानकारी एक लिए बता दें कि कोहली के लिए न्यूजीलैंड का दौरा किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा. फैंस को 6 वर्ष पुराना इंग्लैंड दौरा याद आ गया जब 2014 में कोहली जेम्स एंडरसन की गेंदों के आगे पानी भरते दिखाई देती है. उस सीरीज में विराट ने 5 टेस्ट की 10 पारियों में 13.40 की औसत से 134 रन बनाए थे. मौजूदा न्यूजीलैंड दौरे पर 31 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 2 टेस्ट मैचों में सिर्फ 38 रन बनाए. चार पारियों में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 19 रन का रहा. 53 से ज्यादा का औसत रखने वाला जांबाज अगर 9.50 की औसत से रन बनाए तो हैरानी होगी ही.
तीनों फॉर्मेट की पिछली 10 पारियों में 204 रन ही बना सके: जंहा पिछली 21 पारियों (टेस्ट, वनडे और टी-20) में विराट के बल्ले से एक शतक तक नहीं निकला है. वहीं पिछली 10 पारियों में तो वे सिर्फ 204 रन ही बना सके हैं. मौजूदा न्यूजीलैंड दौरे पर भारतीय कप्तान तीन वन-डे और 5 टी-20 में केवल 180 रन ही बना पाए, जिसमें केवल एक अर्धशतक शामिल था. कोहली ने वेलिंटगन टेस्ट की पहली पारी में 2 और दूसरी पारी में 19 रन बनाए थे. यह मैच भारत 10 विकेट से हारा था. अब क्राइस्टचर्च टेस्ट की पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 14 रन आए. बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता के डे-नाइट टेस्ट में विराट ने आखिरी शतक (136 रन) लगाया था.
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