पुरी: कोरोना संकट के बीच ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र तथा माता सुभद्रा के तीन रथों का निर्माण कार्य जारी है। लोकप्रिय रथ यात्रा 24 जून, 2021 को होगी। तथा श्रीमंदिर परिसर में स्नान पूर्णिमा 24 जून को होगी। हालाकि, कोरोना संक्रमण की वजह से कार्यक्रम का आयोजन कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए किया जाएगा।
रथों का निर्माण प्रत्येक वर्ष खास पेड़ों जैसे फस्सी, ढौसा आदि की लकड़ी से किया जाता है। इन रथों का निर्माण बढ़ई की एक विशेष टीम द्वारा किया जाता है, जिनके पास वंशानुगत अधिकार तथा विशेषाधिकार होते हैं। लकड़ी के लोग जब पुरी पहुंच जाते हैं, तब निर्धारित योजना के मुताबिक रथ निर्माण कार्य आरम्भ किया जाता है।
तीन रथों को तय अनूठी योजना के मुताबिक सजाया जाता है। हर एक रथ के चारों ओर नौ पार्श्व देवताओं की प्रतिमा का निर्माण किया जाता है। हर रथ पर बेहद खूबसूरत चित्रकारी का उपयोग करके अलग-अलग देवी-देवताओं के बहुत सुंदर चित्र बनाए जाते हैं। तीनों रथों पर एक सारथी तथा चार घोड़े बने हुए होते हैं। तीनों रथों को खूबसूरत तरीके से सजाने के पश्चात् इन्हें जगन्नाथ मंदिर के पूर्वी द्वार जिसे सिंहद्वार भी बोला जाता है, के सामने बड़े डंडे पर खड़ा कर दिया जाता है। रथ यात्रा के लिए रथों का निर्माण करने में बढ़ई को तकरीबन दो माह का वक़्त लग जाता है। रथ यात्रा के चलते हुई कमाई को मंदिर के अफसर उन बढ़ई के बीच बांट देते हैं, जिनके परिवार पीढ़ियों से इन रथों का निर्माण करते आ रहे हैं।
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