भुवनेश्वर: ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे की जाँच कर रहे केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) ने सेक्शन सिग्नल जूनियर इंजीनियर का घर सील कर दिया है। जूनियर इंजीनियर बालासोर के सोरो में किराए के मकान में रहता था। मगर, फ़िलहाल वह परिवार के साथ गायब बताया जा रहा है। CBI पूछताछ के बाद वह परिवार समेत गायब हो चुका है।
Odisha train tragedy occurred due to a faulty signalling issue. CBI was probing whether this fault was technical or man-made. During the course of probe, CBI questioned many, including Signal JE Amir Khan.
— THE SKIN DOCTOR (@theskindoctor13) June 19, 2023
As per media reports, Amir is now missing. CBI has sealed his house.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सेक्शन सिग्नल जेई (Signal JE) का नाम आमिर खान (Amir Khan) है। आमिर खान से CBI ने किसी अज्ञात स्थान पर हादसे के विषय में पूछताछ की थी। मगर, इसके बाद से वह अपने घर से गायब है। इसके बाद सोमवार (19 जून 2023) को CBI ने किराए का उसका घर सील कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, CBI की एक टीम आमिर के घर की निगरानी कर रही है। बात दें कि, बालासोर के बहानागा रेलवे स्टेशन के नजदीक 2 जून 2023 को हुए दर्दनाक रेल हादसे में 292 लोगों की जान चली गई थी। शुरुआती जाँच में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (Railway Electronic Interlocking) में बदलाव के चलते हादसा होने की बात सामने आई थी।
6 जून को मामले की जाँच का जिम्मा CBI को सौंपा गया था। जाँच टीम 16 जून को बालासोर से वापस लौट गई थी। मगर सोमवार को अचानक बालासोर पहुंची और सिग्नल JE को परिवार समेत गायब पाने के बाद उसके घर को सील कर दिया। बता दें कि, सिग्नल जेई का काम सिग्नल उपकरण, ट्रैक सर्किट, प्वाइंट मशीन और इंटरलॉकिंग सिस्टम की स्थापना, रखरखाव और मरम्मत का ध्यान रखना होता है। स्पष्ट शब्दों में कहें तो ट्रेनों के सुरक्षित संचालन में सिग्नल जेई की भूमिका बेहद अहम होती है।
कैसे हुआ था बालासोर में ट्रेन हादसा?
दरअसल, ओडिशा रेल दुर्घटना में कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express Train) और बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक दूसरे को क्रॉस करके अपने अपने ट्रैक पर निकलने वाली थी, दोनों के ट्रैक खाली थे, लेकिन अचानक कोरोमंडल एक्सप्रेस अपना ट्रैक यानि मेन लाइन छोड़कर लूप लाइन पर चली गई थी। जहाँ पहले से ही मालगाड़ी खड़ी थी। इसी मालगाड़ी से कोरोमंडल एक्सप्रेस की भिड़ंत हो गई थी। इस टक्कर के बाद कोरोमंडल के कुछ डिब्बे दूसरी लाइन पर जा गरे।
This is how #CoromandelExpressAccident happened
— STAR Boy (@Starboy2079) June 5, 2023
Now the question is who was that person
Who changed the commands of automatically controlled interlocking system n orchestrated this accident? pic.twitter.com/gAWrM4VEHT
जिस मेन डाउन लाइन पर कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे गिरे, उस पर दूसरी तरफ से बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट आ रही थी, जिसकी टक्कर इन डिब्बों से हो गई और यह भीषण हादसा हो गया। इसमें सिग्नल मेन लाइन पर सेट किया जाना था, मगर सेट कर दिया गया लूप लाइन पर, जिससे अचानक कोरोमंडल का रास्ता बदल गया। फिलहल यही पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि जानबूझकर किसी ने ऐसा किया या फिर किसी अन्य वजहों से यह हुआ। यदि किसी तकनिकी गड़बड़ी के कारण ऐसा हुआ है, तो वो कौन सी गड़बड़ियां थी।
सीएम दी योगशाला! भगवंत मान बोले- प्राचीन काल से चला आ रहा योग, पंजाब को सेहतमंद बनाना हमारा उद्देश्य
2000 रुपए की बैंक वापसी का भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा ? देखें SBI की रिसर्च रिपोर्ट