कुछ लोगों की त्वचा काफी रूखी (ड्राई) होती है, तो कुछ लोगों की तैलीय (ऑयली). इसे वे लोग अक्सर परेशान रहते हैं. उनका मेकअप लुक भी अच्छा नहीं दीखता. इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत ऑयली स्किन के साथ आती है. जिससे पिम्पल जैसी परेशानी होने लगती है. पर क्या आप जानते हैं कि ऑयली स्किन कहीं बेहतर होती है ड्राई स्किन से? तैलीय त्वचा में एक प्राकृतिक चमक देखने को मिलती है. इसमें झुर्रियां कम होती हैं. इसी के साथ हम आपको बताने जा रहे हैं ऑयली स्किन के कुछ फायदे.
दिन भर रहे चमक बरकरार
चेहरे को बार-बार धोने से चेहरे पर चमक आती है पर तैलीय त्वचा की चमक एक बार धोने से भी पूरे समय के लिए बरकरार रहती है. त्वचा में नमी और चमक बने रहने से त्वचा हमेशा जवां बनी रहती है, जिसके चलते तैलीय त्वचा में बुढ़ापा देरी से नजर आता है.
झुर्रियां नजर नहीं आती
जिन लोगों की त्वचा तैलीय होती है, उनमें बढ़ती उम्र का कोई असर देखने को नहीं मिलता. झुर्रियां भी नहीं होती हैं. ऑयली स्किन पर चमक और नमी हमेशा बनी रहती है.
त्वचा में प्राकृतिक नमी बनी रहती है
त्वचा तैलीय है, तो रूखापन भी नहीं दिखेगा. त्वचा हमेशा नमीयुक्त रहती है. ऐसी त्वचा में प्राकृतिक मॉइस्चराइजर होता है, जो अपनी नमी से त्वचा की रूखेपन से रक्षा करता है.
हर मौसम के लिए परफेक्ट
तैलीय त्वचा में प्राकृतिक रूप से विटामिन ई पाया जाता है, जो त्वचा के लिए एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है. इसके कारण सूरज की कठोर किरणों, प्रदूषण और चर्म रोग के अलावा सर्द मौसम में भी त्वचा की रक्षा होती रहती है. स्किन रोगों से भी बचाव होता है.
मेकअप करना आसान
तैलीय त्वचा चिकनी और नमीयुक्त होती है इसलिए इसमें मेकअप करने के लिए एक सही कैनवस बनता है. रूखी त्वचा की अपेक्षा तैलीय त्वचा पर मेकअप सुचारू रूप से किया जा सकता है.
सूर्य की किरणों से रहें सुरक्षित
सूर्य की हानिकारक किरणों से बचने के लिए आप सनस्क्रीन लोशन लगाते हैं. तैलीय त्वचा पर ये लोशन एक कवच के रूप में काम करती है. इससे स्किन की सुरक्षा होती है इसलिए सूर्य की किरणों का प्रभाव तैलीय त्वचा की अपेक्षा शुष्क त्वचा पर अधिक पड़ता है.