दिल्ली में बढ़ते प्रदुषण को देखते हुए एक बार फिर पहले की तरह ओड इवन का फार्मूला लागू हुआ है सोमवार चार नवंबर से राजधानी दिल्ली में शुरू हो रहे ऑड-ईवन (Odd-Even) को लेकर कैब सर्विस देने वाली कंपनी ओला ने बड़ा फैसला किया है। ओला ने इस दौरान सर्ज प्राइसिंग (Surge Pricing) को लागू नहीं करने का एलान किया है। दिल्ली में चार से 15 नवंबर तक ऑड-ईवन लागू हो रहा है। इससे पहले ओला-ऊबर (Ola-Uber) पर मांग बढ़ने के साथ किराये में बढ़ोतरी के आरोप लगते रहे हैं। ओला ने शनिवार को एलान किया कि वह पीक ऑवर्स के दौरान मांग बढ़ने पर वाहनों की उपलब्धता सुनिश्चत कराने के लिए ड्राइवर-पार्टनर्स के साथ जुड़ी रहेगी। ओला का कहना है कि वह प्रदूषण नियंत्रण में दिल्ली सरकार की इस पहल में योगदान देगी। कंपनी सूत्रों के मुताबिक ऑड-ईवन लागू करने से शेयर्ड मोबिलिटी की क्षमता का पता चलेगा। साथ ही एक संस्था के तौर पर हम भविष्य निर्माण को लेकर प्रतिबद्ध हैं। साथ ही, हम भरोसा दिलाना चाहते हैं कि हमारी सभी सर्विसेज कैब, ऑटो, बाइक्स और शेयर्ड कैब्स, सभी नागरिकों की सेवा के लिए मौजूद रहेंगे।
ध्यान देने वाली ये है की वहीं राइड शेयरिंग कंपनी क्विक राइड ने भी एलान किया है कि वह दिल्ली में ऑड-ईवन लागू होने के दौरान कार पूलिंग को बढ़ावा देने क लिए अपने ग्राहकों से सुविधा शुल्क नहीं लेगी। क्विक राइड में कार-पूलिंग लगभग किराये की कार बुक करने जितना हमेशा उपलब्ध रहने वाला विकल्प है क्योंकि इससे एक बार में ही लाखों लोग जुड़े रहते हैं और आप किसी भी कार का चयन कर सकते हैं।इससे पहले ऊबर ने दिल्ली सरकार के सामने एक लाख यात्रियों को घर से मेट्रो स्टेशन तक आने-जाने के लिए पांच हजार बाइक-टैक्सी चलाने का प्रस्ताव रखा था। कंपनी इस सर्विस के तहत प्रत्येक राइड के लिए पांच रुपये वसूलेगी। कंपनी के मुताबिक 04 से 15 नवंबर के दौरान उबर फूड डिलिवरी नेटवर्क (UberEats) में लगी 2,500 बाइक्स को बाइक-टैक्सी में इस्तेमाल किया जाएगा।
इस विकल्प में किसी भी स्मार्ट फोन पर क्विक राइड का एप डाउनलोड कर सकते हैं। जब भी आपको कहीं जाना हो, एप पर जाने की जगह सेलेक्ट करनी होगी। कार-पूलिंग करने वाले जितने भी दूसरे राइडर्स उसी दिशा में जा रहे होंगे उनका विकल्प आपके सामने आ जाता है। आप किसी भी विकल्प को चुनकर किसी भी साथी के साथ सफर कर सकते हैं।दरअसल, इस तरीके में सफर करने पर किराये के रुप में कुछ प्वाइंट्स मिलते हैं। एक प्वाइंट एक रुपये के बराबर होता है। बारह-पंद्रह किलोमीटर तक की यात्रा के लिए लगभग पचास प्वाइंट का किराया आता है, जो 50 रुपये के बराबर होता है। जबकि इतनी ही दूर के लिए ऑटो या ओला का खर्च 200 से 250 रुपये के बीच होता है। इस तरह यह विकल्प काफी सस्ता है।
बाजार में आए 3 नए स्कूटर, पावर से लेकर दिखने तक है बहुत दमदार
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच बहुत लोकप्रिय हो रहा कारपूलिंग का ये नया तरीका, जाने
एक और चीनी कंपनी, भारतीय बाजार में ले रही है एंट्री, पेश करेगी ये शानदार SUV कार