नई दिल्ली: App बेस्ड कैब सर्विस देने वाली घरेलू स्टार्टअप कंपनी Ola ने अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकालना चालु कर दिया है। वहीं कर्मचारियों को वर्षिक परफॉर्मेंस के आधार पर मिलने वाले अप्रैजल को भी स्थगित कर दिया है, इसका मतलब कि उनका वेतन भी नहीं बढ़ाया गया है। ऐसे में ये सवाल उठ रहा है कि, क्या ये मंदी आने का संकेत है या इसके पीछे कुछ और कारण है।
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से जानकारी दी गई है कि Ola ने लगभग 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। कंपनी की वर्क फोर्स में लगभग 1100 कर्मचारी हैं। कंपनी को अपने लिए फंडिंग एकत्रित करने की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, इसलिए उसने छंटनी करने की प्रक्रिया शुरू की है। यही नहीं सॉफ्टबैंक से फंडिंग पाने वाली Ola ने खुद को प्रॉफिट में बरकरार रखने के लिए अपनी टीमों को छोटा करना शुरू कर दिया है।
इसी के साथ कंपनी ने कर्मचारियों के वार्षिक अप्रैजल को भी टाल दिया है। कंपनी के एक इंटरनल कम्युनिकेशन में HR चीफ बालाचंदर एन। ने लिखा है कि, हम समझते हैं कि आप सभी अप्रैजल को लेकर चिंतित हैं, मगर जैसा कि आपको पता है कि हम अपने कुछ कारोबारों को पुनर्गठित कर रहे हैं, ऐसे में ये एक बार पूरा होने के बाद अप्रैजल प्रोग्राम पर बात करेंगे।
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