कुछ दिनों पहले आपने सुना होगा की ओला और उबर के ड्रायवर हड़ताल पर बैठे है, जिससे लोगों की इसकी सेवा नही मिल पा रही थी. लेकिन अब दिल्ली हाई कोर्ट को बताया है कि उसके 85 फीसदी ड्राइवर हड़ताल खत्म करके काम पर वापस लौट गए हैं.
हड़ताल और तोड़फोड़ के बाद दोनो कंपनियों ने हाई कोर्ट का रूख किया था. उसके बाद ड्राइवरों की यूनियन ने भी अर्जी लगाई थी कि उनकी बात और हड़ताल की वजहों को कोर्ट में सुना जाए. हाई कोर्ट ने सुलह के लिए बार एसोसिएशन को ओला उबर और ड्राइवरों के बीच में सुलह कराने का जिम्मा दिया है. हाई कोर्ट में अगली सुनवाई 22 मार्च को होगी.
जांच के बाद पता चला कि OLA और UBER के कैब ड्राइवरों की हड़ताल की 4 मुख्य वजहें थी. पहला कंपनी अपने कमीशन को 25 फीसदी से कम कर 10 फीसदी करें. दूसरा वेटिंग चार्ज को बढ़ाकर दुगना किया जाए. तीसरा नाइट चार्ज में बढ़ोत्तरी की जाए और चौथा अगर कैब ड्राइवर की गाड़ी चलाने के दौरान मौत होने पर परिवार को मुआवजा दिया जाए. ड्राइवरों की एसोसिएशन उबर कंपनी के खिलाफ हड़ताल करने की वजह कुछ दिन पहले हौज खास में BMW कार ने UBER की एक कार को टक्कर मार दिया था, जिससे हादसे में ड्राइवर नजरूल की मौत हो गई. और उबर कंपनी ने नजरूल को कंपनशेसन देने से इंनकार कर दिया था.
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