देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 चुनाव के बाद तीसरी बार नेपाल गए जिसके बाद वहां के नेताओं से मुलाकात की, हालाँकि इस मुलाकात में विषय क्या होगा इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता लेकिन लम्बे समय से नेपाल के लोग 2016 नवम्बर में देश में हुई नोटबंदी से आज तक परेशान है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि नेपाल की बैंकों में मौजूद पुराने नोटों पर चर्चा हो सकती है.
बता दें, नेपाल की बैंकों में और लोगों के पास करीब 8000 करोड़ रूपये के 500 और 1000 के पुराने भारतीय नोट मौजूद है, चुकी नोटबंदी होने के बाद भारत के लोगों को नोट बदलने का मौका मिला लेकिन यह मौका नेपाल के लोगों को नहीं मिला जिससे नेपाल के लोग निराश है, नोटबंदी से पहले नेपाल के लोगों को यह परमिशन थी कि वो 25000 रुपए तक अपने देश ले जा सकते थे जिसके कारण बड़ी मात्रा में लोगो के पास भारत की करेंसी मौजूद थी.
इसके अलावा नेपाल के कुल व्यापार का 70 प्रतिशत भारत से है इसलिए लोग अपने पास भारतीय नोट रखते थे. नोटबंदी की घोषणा से 500 और 1000 रुपये के भारतीय नोट रखने वाले नेपाली लोगों को झटका लगा था, नेपाल के केंद्रीय बैंक 'नेपाल राष्ट्र बैंक' के एक अधिकारी के मुताबिक नोटबंदी के बाद लोगों का "भारतीय मुद्रा पर से विश्वास" कम हुआ है.
बस तो नेपाल से आ रही है, बस अड्डा कहां से आएगा अयोध्या में