बसपा की मुखिया मायावती के बेहद करीबी रहे बाबू सिंह कुशवाहा की अब सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से नजदीकी बढ़ी है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के साथ जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर निशाना साधा. इन दोनों नेताओं ने भागीदारी संकल्प मोर्चा का गठन किया है. माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा के चुनाव में यह दोनों साथ भी लड़ सकते हैं.
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ओमप्रकाश राजभर के साथ मंच पर आए बाबू सिंह कुशवाहा ने उत्तर प्रदेश सरकार पर पिछड़ों से भेदभाव का आरोप लगाया. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि प्रदेश सरकार पिछड़ों के साथ भेदभाव कर रही है.सामान्य वर्ग के सात लाख छात्रों के लिए 609 करोड रुपये की छात्रवृत्ति का बजट दिया गया जबकि पिछड़े वर्ग के 21 लाख छात्रों के लिए केवल 600 करोड़ रुपये ही दिए. बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि सबको एक समान शिक्षा मिलनी चाहिए. शिक्षा गुणवत्ता परक हो. हर वर्ग को उनकी संख्या के आधार पर भागीदारी मिले.
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इस मामले को लेकर राजभर ने कहा कि पब्लिक एवं प्राइवेट दोनो ही सेक्टरों में संख्या के आधार पर आरक्षण का प्राविधान हो. किसानों को उनकी पैदावार का मूल्य निर्धारण करने का अधिकार मिले जिससे उन्हें उनकी उपज का सही लाभ मिल सके. इन्ही सब बातों को अमली जामा पहनाने के लिए भागीदारी संकल्प मोर्चा ने संघर्ष का आवाहन किया है. अब तो भागीदारी संकल्प मोर्चा का नारा है- जिसकी जितनी संख्या भारी उतनी उसकी हिस्सेदारी.
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