नई दिल्ली: ओमिक्रोन के विश्वभर में बढ़ते संकट के बीच भारत सरकार की ओर से इसको लेकर सतर्कता के रूप में कई कदम उठाए गए हैं। इनमें से एक है जोखिम श्रेणी से यात्रा कर आए व्यक्तियों की सख्त जांच करना। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में शीतकालीन सत्र के चलते बृहस्पतिवार को मौखिक जवाब देते हुए कहा कि सरकार ने 11 देशों को जोखिम वाले श्रेणी में रखा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि जिन देशों को इस जोखिम श्रेणी की श्रेणी में रखा गया है, वो हैं- यूनाइटेड किंगडम को मिलाकर यूरोप के सारे देश- दक्षिण अफ्रीका , बोत्सवाना , ब्राज़ील , चीन , मॉरीशस , न्यूज़ीलैंड , ज़िम्बाब्वे , सिंगापुर , हांगकांग तथा इज़राइल। गौरतलब है कि ओमिक्रोन के नए वेरिएंट से बढ़ रहे संकट के बीच देशों मे कोरोना वायरस के मामलों में तेजी के साथ बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने प्रदेश सरकारों के साथ एयरपोर्ट स्क्रीनिंग को लेकर बृहस्पतिवार की प्रातः बैठक की। इसमें एयरपोर्ट के अफसर भी सम्मिलित हुए।
दूसरी तरफ अमेरिका में बुधवार को कोरोना संक्रमण के नए स्वरूप ओमीक्रोन का पहला केस सामने आया। दक्षिण अफ्रीका से कैलिफोर्निया लौटे एक शख्स में वायरस की पुष्टि हुई है, जिसका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। विश्व भर के वैज्ञानिक संक्रमण के इस नए स्वरूप के बारे में यह जानकारी जुटाने में लगे हैं कि क्या यह पहले सामने आए स्वरूपों की अपेक्षा अधिक भयावह है या नहीं। अमेरिका में संक्रामक रोग के शीर्ष विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची ने व्हाइट हाउस में इसकी खबर दी।
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