लखनऊ: सुहेलदेव भारत समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर को अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी (सपा) गठबंधन छोड़ किसी के भी साथ जाने के लिए अपनी तरफ से आजादी दे दी है। इस आजादी के बाद ओमप्रकाश राजभर के कभी बहुजन समाज पार्टी (बसपा), तो कभी NDA के साथ जाने की अटकलें लग रही हैं। इस बीच ओपी राजभर ने मीडिया से बात करते हुए स्पष्ट किया है कि अभी तक भाजपा की तरफ से उन्हें कोई ऑफर नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि बात होगी तब इस बारे में सोचेंगे और निर्णय करेंगे।
वहीं, उनकी पार्टी के नेता अरूण राजभर ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि जब तक बात नहीं होती तब तक कुछ कहना जल्दबाजी होगी। सुभासपा शुरू से दलितों-वंचितों के साथ सामाजिक न्याय की जंग लड़ती रही है। पार्टी में अभी वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक-मंथन जारी है। 2024 को लेकर रणनीति तैयार की जा रही है। जौनपुर, बस्ती, आजमगढ़ समेत 8 मंडलों की बैठक के बाद दो-चार दिन में रणनीति तैयार कर ली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि बसपा से बात हो। वहां से कुछ बात हो तो देखा जाएगा।
बता दें कि इसके पहले ओपी राजभर ने भी बसपा के साथ जाने की बात कही थी, मगर उनके बयान को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इसके विपरीत यह अटकलें तेज हो गई है कि राजभर भाजपा के साथ ही जाएंगे। वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में वह सत्ता में भागीदारी पा सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि राजभर को लेकर ताजा कयास यह हैं कि अगले एक हफ्ते के अंदर उनकी मुलाकात भाजपा हाईकमान से होने वाली है और इसी बीच कुछ बड़ा फैसला हो सकता है।
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