नई दिल्ली : भारत एक मात्रा ऐसा देश है जहाँ लोग हर चीज़ को आखिरी वक़्त के लिए टाल देते हैं, फिर चाहे वह बिजली का बिल हो या फ़ोन का या फिर वह चाहे टैक्स रिटर्न ही क्यों ना हो. टैक्स भरना हो या रिटर्न दाखिल करना हो, यहां लोग टालमटोल जरूर करते हैं और उसे आखिरी समय पर ही दाखिल करते हैं. और लोगों की यह आदत हर साल बढ़ती जा रही है. वर्तमान की बात करें तो इस साल भी आखिरी दिन हर मिनिट औसतन 2,787 इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल किये गए.
आयकर विभाग से मिली जानकारी के हिसाब से वेबसाइट पोर्टल के जरिये इस साल 1 अप्रैल से 5 अगस्त के बीच केवल 2.82 करोड़ ही रिटर्न जमा कराये गए थे जिसमे से 17.66 लाख रिटर्न अंतिम तारीख पर जमा कराये गए थे. मौजूदा वित्त वर्ष में रिटर्न की आखिरी तारिख 31 जुलाई थी जिसे बढाकर 5 अगस्त कर दिया गया था. और सबसे आश्चर्य करने वाली बात यह थी कि अंतिम दिन मतलब 5 अगस्त के दिन हर घंटे एवरेज 1.46 लाख रिटर्न दाखिल हुए. और तो और इसमें से आधे रिटर्न फ़ाइल तो ऐसे थे जो कार्यालय के खुलने के समय फ़ाइल ही नहीं किये गए.
आयकर विभाग के अनुसार ई-फाइलिंग वेबसाइट के जरिये इस साल एक अप्रैल से पांच अगस्त के दौरान कुल 2.82 करोड़ आयकर रिटर्न दाखिल हुए जिसमें से 17.66 लाख रिटर्न अंतिम तिथि पांच अगस्त को दाखिल हुए। सरकार ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए रिटर्न दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई से बढ़ाकर पांच अगस्त की थी। चौंकाने वाला तथ्य यह है कि आखिरी दिन हर घंटे औसतन 1.46 लाख रिटर्न दाखिल हुए। इसमें भी आधे से ज्यादा रिटर्न ऐसे थे जो कार्यालय खुलने के समय फाइल नहीं किए गए। सरकार के बार बार अनुरोध करने के बाद भी लोगों की प्रवत्ति नहीं बदल रही है और ऐसे में फिर उन्हें कई बार अन्य मुश्किलों और पेनल्टी का सामना भी करना पड़ता है.
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