पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) को भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों में शुमार किया जाता है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 13 हजार से ज्यादा रन बना चुके इस खिलाड़ी से आज ही के दिन 45 साल पहले क्रिकेट के मैदान पर एक ऐसी गलती हुई थी जिसके लिए आज तक उन्हें शार्मिंदा होना पड़ता है.मंच था पहले वनडे विश्व कप का. पहली बार एक प्रयोग के तौर पर खेला जा रहा वनडे विश्व कप 60 ओवरों का था, जिसमें कुल आठ प्रमुख क्रिकेट खेलने वाले देश हिस्सा ले रहे थे. सीमित ओवरों के विश्व कप का यह प्रयोग इस कदर सफल हुआ कि देखते ही देखते वनडे क्रिकेट ने लोकप्रियता के मामले में टेस्ट क्रिकेट को काफी पीछे छोड़ दिया.
जीत के लिए मिला 335 रन का लक्ष्य: सात जून 1975 को वनडे विश्व कप का पहला मुकाबला भारत और मेजबान इंग्लैंड के बीच खेला गया था. इंग्लिश टीम के सलामी बल्लेबाज डेनिस एमिस ने 147 गेंद पर 137 रन ठोक दिए. क्रिस ओल्ड ने भी 30 गेंद पर 51 रन की नाबाद पारी खेली, जिसकी मदद से इंग्लैंड ने निर्धारित 60 ओवरों में 334/4 रन बनाए.
174 गेंद पर बनाए महज 36* रन: इस विशाल लक्ष्य का पीछा करने के दौरान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने कुल 174 गेंदों का सामना किया और करीब 20 की स्ट्राइकरेट से महज 36 रन बनाए. गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने ना तो बल्लेबाजी के दौरान रन बनाए और ना ही वो आउट हुए. वो नाबाद ही पवेलियन लौटे.
10 साल तक यह बनी रही सबसे शर्मनाक हार: भारत को इस मैच में 202 रन से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. इंग्लिश टीम के यह जीत अगले करीब 10 साल तक वनडे क्रिकेट की सबसे बड़ी जीत बनी रही.
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