आज ही के दिन सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था ऐतिहासिक फैसला, जानिए 3 सालों में कहां तक पहुंचा राम मंदिर निर्माण कार्य?

आज ही के दिन सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया था ऐतिहासिक फैसला, जानिए 3 सालों में कहां तक पहुंचा राम मंदिर निर्माण कार्य?
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लखनऊ: भारतीय इतिहास में 9 नवंबर का दिन बेहद खास है क्योंकि आज ही के दिन 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या विवाद पर अपना फैसला सुनाया। इस फैसले में भारत के सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण के लिए विवादित भूमि को एक ट्रस्ट को सौंपने का आदेश दिया।

इसी तारीख को वर्ष 1989 में अयोध्या में श्रीराम मंदिर का शिलान्यास किया गया था। तथा इसके ठीक 30 वर्ष पश्चात् 9 नवंबर 2019 को ही ‘देश के सबसे बड़े कानून’ के मंदिर सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया। 5 जजों की संविधान बेंच ने विवादित जमीन पर रामलला के अधिकार में फैसला सुनाया। मुस्लिम पक्ष को नई मस्जिद बनाने के लिए अलग से 5 एकड़ जमीन देने के भी निर्देश दिए। इससे सदियों पुराना विवाद समाप्त हो गया। इससे पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 2010 में अयोध्या मामले पर फैसला सुनाया। इसे सभी पक्षों ने मानने से मना कर दिया। उच्च न्यायालय ने 2।77 एकड़ की विवादित भूमि को मुस्लिम पक्ष, रामलला विराजमान एवं निर्मोही अखाड़े में बराबर बांट दिया था। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद मंदिर बनाने की प्रक्रिया तेज हुई। वही ऐसे में एक सवाल है जो हर भारतीय के मन में उठ रहा है ओर वो है कि आखिर आज 3 सालों में अयोध्या राम मंदिर में कितना परिवर्तन हुआ है इसकी तस्वीरें हम आपको दिखा रहे है। 

बता दे कि राम जन्मभूमि पर भगवान श्री राम लला जनवरी 2024 में विराजमान कर दिया जाएगा। 10 दिसंबर 2023 तक मंदिर की जगह समेत भूतल के निर्माण के कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। जिसको देखते हुए अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेज गति से चल रहा है। एलएंडटी व टाटा के इंजीनियर व वर्कर निरंतर 24 घंटे काम कर रहे हैं। अब तक मंदिर निर्माण में कुल 45 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका हैं तथा मंदिर के गर्भगृह पर अब तक पत्थरों की सात लेयर लगाई जा चुकी हैं। आपको बता दें कि राम जन्मभूमि परिसर में भूतल पर पूर्व-पश्चिम दिशा में लंबाई 380 फीट, भूतल पर उत्तर-दक्षिण दिशा में चौड़ाई 250 फीट का बन रहा है। जिसमें बलुआ पत्थर के 166 स्तंभ, प्रथम तल 144 एवं दूसरे तल पर 82 स्तंभ लगाए जाएंगे। यानी कि मंदिर में कुल 392 स्तंभ होंगे। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर का निर्माण तेज गति से चल रहा है 40 प्रतिशत से ज्यादा मंदिर का निर्माण हो चुका है नक्काशी दार पत्थरों की 7 सतह 7 लेयर एक के ऊपर एक रखी जा रही हैं। वही इसको लेकर कुछ समय पहले चंपत राय ने कहा कि यह बहुत अच्छी प्रगति है। यह पत्थरों का मंदिर है, इसमें आवश्यक है हर एक लेयर का लेबल ठीक से मिलाया जाए। पत्थरों के मंदिर में टुकड़ों का काम नहीं होता। इसलिए प्रवेश द्वार से लेकर गर्भगृह तक पूरा मंदिर जब लेयर में आ जाएगा तब लेयर बिल्कुल निश्चित हो जाएगी। एक मिली मीटर के लेयर में फर्क नहीं है, तत्पश्चात, ऊपर कार्रवाई होगी। यह कार्य बहुत अच्छे ढंग से हो रहा है। वही 3 सालों में लगभग 45 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।

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