आषाढ़ गुप्त नवरात्रि को तांत्रिक सिद्धि के लिए अत्यंत अहम माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस के चलते विशेष उपासना से व्यक्ति अपने जीवन में समृद्धि और सफलता प्राप्त कर सकता है। गुप्त नवरात्रि के समय कलश की स्थापना नहीं की जाती तथा न ही दुर्गा देवी की पूजा वैसे की जाती है जैसे चैत्र और शारदीय नवरात्रि में होती है। इस वक़्त देवी की पूजा विशेष गुप्त तरीकों से की जाती है तथा माता को प्रसन्न करने के कुछ उपाय अपनाए जाते हैं। यदि इसके चलते आप कुछ उपाय अपनाते हैं, तो आपके जीवन में खुशहाली बनी रहती है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।
घर के मंदिर में कपूर जलाएं
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में प्रतिदिन शाम को घर के मंदिर में कपूर जलाएं तथा उसका धुआं पूरे घर में फैलाएं। ऐसा करने से आपके जीवन में हमेशा समृद्धि बनी रहती है। गुप्त नवरात्रि के मंगलवार तथा रविवार को एक पीतल के बर्तन में कपूर जलाकर उसका धुआं घर के सभी सदस्यों तक पहुंचने दें। इससे घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
कार्यक्षेत्र में कपूर का उपयोग
अगर आप अपने कार्यस्थल या ऑफिस में नियमित रूप से पूजा या आरती करते हैं, तो आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के 9 दिनों में आरती के चलते कपूर का उपयोग करें। अपने वर्क प्लेस पर कपूर का एक टुकड़ा लाल कपड़े में बांधकर रखें, ध्यान रहे कि उसकी नजर किसी पर न पड़े। इस उपाय से व्यापार में मुनाफा होगा और नौकरी में भी प्रमोशन के योग बनेंगे।
लक्ष्मी पूजा में कपूर का प्रयोग
आषाढ़ नवरात्रि के चलते प्रतिदिन मां लक्ष्मी की पूजा करें। ऐसा माना जाता है कि इस दौरान मां लक्ष्मी की पूजा करने से उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है। गुप्त नवरात्रि में मां लक्ष्मी के सामने कपूर का धुआं करें। इससे आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी होने लगती है। शुक्रवार के दिन भी इस उपाय को करने से लाभ होता है।
पीपल के पेड़ के नीचे कपूर जलाएं
अगर आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है और घर में फिजूलखर्ची हो रही है, तो आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के चलते शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं। आप पीपल के पेड़ के पास कपूर भी जला सकते हैं। इस उपाय से जीवन में समृद्धि बनी रहती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। साथ ही, शनिदेव की कृपा दृष्टि भी बनी रहती है।
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