मौजूदा हालातों की अगर बात करे तो भारत और पाकिस्तान के बीच काफी तनाव देखने को मिलता है, उसके बाद भी एक अच्छी पहल के तहत इस सप्ताह भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ,पाकिस्तानी समकक्ष तहमीना जंजुआ से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बहुपक्षीय वार्ता कर सकते हैं. अगर दोनों देशों की यह बैठक हो जाती है तो पिछले साल 26 दिसम्बर को बैंकाक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पाकिस्तानी सुरक्षा सलाहकार की मुलाकात के बाद यह पहली बैठक होगी.
उल्लेखनीय है कि दोनों देशों के बीच हुई इस बैठक का खुलासा विदेश मंत्रालय ने 2 सप्ताह बाद किया था. इस बैठक का खाका जंजुआ और यू.एस. के राष्ट्रपति की उप-सहायक और दक्षिणी व केंद्रीय एशिया की सुरक्षा परिषद की वरिष्ठ निदेशक लीसा कॢटस के बीच इलाहाबाद में हुई बैठक में तैयार किया गया है.
आपको बता दें, इस तरह की कई बैठकें पूर्व में भी की जा चुकी है लेकिन उनका कोई खास परिणाम नहीं आया. हालाँकि समस्यां बात करने से ही हल होती है लेकिन अब फिर से देखने वाली बात यह होगी कि इस बैठक से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में क्या फर्क पड़ता है, या पहले की ही तरह हालत ऐसे ही रहेंगे.