लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कुछ दिनों में विधानसभा उपचुनाव होने वाले हैं, जिसके लिए समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने भी कमर कस ली है। सूत्रों की मानें तो, कांग्रेस आगामी उपचुनाव में 10 सीटों पर सपा के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतर सकती है। प्रदेश कांग्रेस ने 21 तारीख को लखनऊ में सभी जिला अध्यक्षों की बैठक रखी है, जिसमें सभी बातों को अमली जामा पहनाया जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि, इस चुनाव में सपा 7 सीटों पर उतर सकती है, जबकि कांग्रेस को 3 सीटें दी जा सकती हैं। दरअसल, प्रदेश की करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, फूलपुर, मंझवा और सीसामऊ पर उपचुनाव के लिए मतदान होगा। इन सीटों में से 5 फ़िलहाल सपा के पास हैं, तो RLD-निषाद पार्टी के खाते में एक-एक सीट हैं, वहीं भाजपा की 3 सीटें हैं। मगर, लोकसभा चुनाव में जिस तरह से सपा ने जातिवादी राजनीति का फायदा उठाकर भाजपा को चकमा दिया, उसे देखते हुए ये उपचुनाव योगी आदित्यनाथ के लिए सत्ता का सेमीफाइनल माने जा रहे हैं।
यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव राज्य और देश दोनों की राजनीति निर्धारित करने वाले साबित हो सकते हैं, क्योंकि ये यूपी ही था जिसने साल 2014 और 2019 में भाजपा को प्रचंड बहुमत वाली सरकार बनाने में मदद की थी। मगर, 2024 के चुनावों में यूपी में मिली शिकस्त ने भाजपा को बहमुत से दूर रखा। ऐसे में भाजपा के पास लोकसभा में बनी धारणा को तोड़कर इन उपचुनावों के जरिए कार्यकर्ताओं में फिर से उत्साह जगाने का मौका है। अब देखना ये है कि, इन चुनावों के नतीजे क्या निकलते हैं।
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