नई दिल्ली : प्याज की कीमतें एक बार फिर से आम आदमी को रुलाना शुरू कर दिया है. पिछले एक महीने के दौरान प्याज के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं. इस दौरान प्याज के भाव में 75 फीसद से भी अधिक की तेजी दर्ज की गई है. प्याज की फुटकर कीमतें बढ़कर 40 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं. पिछले पांच दिन में ही प्याज के दामों में 20 प्रतिशत से अधिक का उछाल दर्ज किया गया है.
प्याज की कीमतों में तेजी की वजह आवक में कमी बताई जा रही है. महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में वर्षा से फसल में कमी आई है. नमी के कारण भी फसलों को नुकसान हुआ है. प्याज की निरंतर बढ़ती कीमत पर उपभोक्ता मंत्रालय ने बैठक ली है. सूत्रों का कहना है कि सरकार प्याज पर मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस लागू कर सकती है. बैठक में जमाखोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं.
इसके साथ ही फसल के स्टोर में प्याज का रिटेल भाव 23.90 रुपये प्रति किलो निर्धारित किया गया है. कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए नैफेड और एनसीसीएफ को प्याज खुले बाजार में बिक्री करने का आदेश जारी किया गया है. इसके साथ ही बफर स्टॉक को खुले बाजार में बेचने के भी निर्देश दिए गए हैं. दो माह में नई फसल आने पर भाव में नरमी आने की उम्मीद है.
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