नई दिल्ली: कोरोना वायरस का खतरा अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है, इसीलिए सरकार लगातार टीकाकरण पर जोर दे रही है। हालांकि देश में अब तक पात्र लोगों में से केवल 20 फीसदी लोगों ने ही कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज ली है। इनमें सबसे कम पूर्वोत्तर राज्य मेघालय और इसके बाद झारखंड, नागालैंड, पंजाब और हरियाणा जैसे सूबों का नाम हैं।
बता दें कि भारत में 18-59 साल की आबादी तक़रीबन 77 करोड़ है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इनमें से केवल 12 फीसदी लोगों ने बूस्टर डोज ली है। वहीं 60 साल से अधिक की आबादी लगभग 16.80 करोड़ है, इनमें से 35 फीसदी लोगों ने कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाई है। सूत्रों ने जानकरी दी है कि 'कोविड टीकाकरण अमृत महोत्सव' आरंभ होने के बाद 15 जुलाई से अब तक कुल 15.66 करोड़ लोगों को वैक्सीन की तीसरी यानी कि बूस्टर डोज लगा दी गई है और 10.39 करोड़ डोज़ दी जा रही हैं। वहीं 18-59 आयुवर्ग के बीच 64,89,99,721 लोग बूस्टर डोज के लिए योग्य थे, 14 जुलाई तक इनमें से केवल 8 फीसदी लोगों ने बूस्टर डोज ली थी।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में सबसे कम बूस्टर डोज मेघालय में लगी हैं। यहां 18 साल से अधिक के पात्र लोगों में से सिर्फ 8 फीसदी लोगों ने यह डोज लगवाई है। इसके बाद झारखंड-नागालैंड में यह आंकड़ा 9-9 फीसदी और पंजाब-हरियाणा में 10-10 फीसदी है। वहीं प्रमुख राज्यों में कवरेज सिर्फ एक तिहाई है। केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह 78 फीसद के साथ इस मामले में सबसे आगे है और उसके बाद लद्दाख में 59 फीसद है। दिल्ली में ये कवरेज 21 फीसदी है।
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