नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर निवेशकों को आगाह किया है. उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी की तुलना चिट-फंड (Chit-Fund) से करते हुए कहा कि आने वाले समय में विश्व में चल रहे लगभग 6000 में से कुछ ही क्रिप्टोकरेंसी का अस्तित्व रह जाएगा.
भारतीय रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर ने बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगों के बीच क्रेज की तुलना नीदरलैंड के ट्युलिप मैनिया (Tulip Mania) से की. राजन ने कहा कि लोग मुख्य तौर पर दो वजह से क्रिप्टोकरेंसी खरीदते हैं. पहली वजह है कि लोगों को आने वाले वक़्त में इनकी वैल्यू बढ़ने की उम्मीद है और दूसरी वजह है कि क्रिप्टो से पेमेंट (Payment) किया जा सकता है.
रघुराम राजन ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए सवाल उठाया कि क्या वास्तव में पेमेंट करने के लिए लोगों को 6000 क्रिप्टोकरेंसी की आवश्यकता है. अगर इसकी टेक्नोलॉजी वास्तव में इतनी उपयोगी हुई कि यह नकदी और करेंसी (Cash and Currency) की जगह ले सके, तब भी एक या दो क्रिप्टोकरेंसी ही पेमेंट के कारण बची रह पाएंगी. इससे यही पता चलता है कि अधिकतर क्रिप्टोकरेंसी का अस्तित्व बरकरार नहीं रह पाएगा.
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