जयपुर: राजस्थान में कांग्रेस के अंदरूनी तनाव ने उसे विभाजन के मोड़ पर ला कर खड़ा कर दिया है. सचिन पायलट की बर्खास्तगी के साथ समूह के पदाधिकारियों ने जिस तरह इस्तीफे देना शुरू कर दिया है. जिससे ये बात तो साबित हो गया है कि राज्य के सीएम गहलोत और सचिन के झगडे में कांग्रेस टीम विभाजित हो चुकी है. अब देखना यह है कि सचिन कहा जाने वाले हैं?
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पायलट के पास अब विकल्प कम रह हैं. जंहा ये भी पता चला है कि वे नए क्षेत्रीय दल की नींव डालकर आगे बढ़ेंगे, लेकिन राजनीतिक पंडितों ने बताया है कि राजस्थान की धरती पर कोई तीसरा दल बन नहीं पाया है. कुछ विश्लेषकों का मानना है, पायलट के लिए बीजेपी ही आसान रनवे हैं. वहीं कुछ का यह भी कहना है, पायलट के सामने जो रास्ता है, वो बड़ा ही मुश्किलों से भरा हुआ है. बीजेपी में जाते हैं, तो उन्हें कितना स्वीकार किया जाएगा, यह सोचने की बात है.
हमारी विचारधारा मानने वालों के लिए पार्टी के दरवाजे खुले : कांग्रेस में उठा पटक के बीच बीजेपी ने बताया है कि पार्टी के दरवाजे हर उस व्यक्ति के लिए खुले हैं जो हमारी विचारधारा का मान करता है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बोला, कोई भी जनाधार वाला नेता भाजपा या किसी अन्य पार्टी से जुड़ता है तो आगमन होगा.
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