वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता द्वारा अपने ही परिवार के 4 सदस्यों के क़त्ल के बाद उनकी खुदखुशी से हंगामा मच गया है। पुलिस इस पूरे घटनाक्रम से हैरान है। इस मर्डर मिस्ट्री में एक तांत्रिक की भी एंट्री हुई है, जिसके बोलने पर राजेंद्र गुप्ता ने इस जघन्य वारदात को अंजाम दिया। अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या के पश्चात् जब गुप्ता को अपराधबोध हुआ, तो उन्होंने एक कंस्ट्रक्शन साइट पर जाकर स्वयं को गोली मार ली। इस जानकारी के सामने आने के पश्चात् वाराणसी पुलिस तांत्रिक की तलाश में जुट गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, राजेंद्र गुप्ता के पास पैसों की कोई कमी नहीं थी, तथा उन्हें प्रॉपर्टी का किराया हर महीने पांच लाख रुपये से अधिक मिल रहा था। हालांकि, पिछले एक वर्ष से उनका अवैध शराब का कारोबार ठीक नहीं चल रहा था, जिससे वह बहुत दुखी थे। बताया जा रहा है कि इसी कारण वह बीते एक वर्ष से अपने बच्चों से भी नहीं मिले थे। अपने शराब के कारोबार में सुधार के लिए उन्होंने एक तांत्रिक से संपर्क किया था। तांत्रिक ने कई जोग-टोटके कराए, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। पुलिस के अनुसार, तांत्रिक ने आखिरकार गुप्ता को यह बताया कि उनके कारोबार में रुकावट उनकी पत्नी के कारण है, तथा जब तक उनकी पत्नी की आत्मा उसके शरीर में है, तब तक कारोबार नहीं बढ़ सकता। तांत्रिक की इस सलाह से राजेंद्र गुप्ता पागल हो गए थे।
पुलिस अफसरों का कहना है कि तांत्रिक की सलाह पर गुप्ता दिवाली के दिन अपने घर लौटे और पत्नी-बच्चों के साथ दिवाली मनाई। एक वर्ष पश्चात घर लौटने से परिवार में खुशी का माहौल था। किन्तु मंगलवार की सुबह, गुप्ता ने मौका देखकर अपनी पत्नी का क़त्ल कर दिया। पुलिस ने यह भी बताया कि इस वारदात में अवैध संबंध का एक पहलू सामने आया है। तहकीकात के चलते पता चला है कि राजेंद्र गुप्ता की पहली पत्नी ने 90 के दशक में उन्हें छोड़ दिया था। फिर गुप्ता ने अपने पिता, भाई, भाभी और गार्ड की हत्या की थी, जिसके लिए उन्हें जेल जाना पड़ा। जेल से बाहर आने के पश्चात् उन्होंने दूसरी शादी की, जिससे उन्हें दो बेटे और एक बेटी हुई, जिनका उन्होंने अब क़त्ल कर दिया है। जानकारी मिली है कि गुप्ता अब किसी अन्य महिला के संपर्क में थे तथा उससे शादी करना चाहते थे, मगर उनकी पत्नी इस पर आपत्ति कर रही थीं।
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