भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एनजीओ के अवैध चिल्ड्रन्स होम मामलें में पुलिस ने संचालक अनिल मैथ्यू को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामलें में एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे हो रहे है। आरोप है कि अवैध रूप से संचालित बालिका गृह धर्मांतरण का अड्डा बना हुआ था। राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा ने एक बच्ची के हवाले से बताया कि वह घर से लड्डू गोपाल की मूर्ति लेकर आई थी, मगर उसे विसर्जित करवा दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पूछताछ में अपराधी मैथ्यू ने कुबूल किया कि बालगृह में वह बच्चों को ईसाई धर्म की प्रैक्टिस करवाते थे, जिन बच्चियों को यह स्वीकार नहीं था, वो सब अपने घर चली गईं। पुलिस की छानबीन में आंचल बालिका गृह से गायब बच्चियां अपने-अपने घर पर मिलीं। उन्होंने बताया कि बाल गृह में उन्हें जबरदस्ती ईसाई धर्म को मानने के लिए दबाव डालता था। यही नहीं, साफ सफाई के साथ ही दूसरे अन्य काम भी कराए जाते थे। इसी कारण 26 बच्चियां अपने अपने घर भाग गईं।
पुलिस ने बृहस्पतिवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी रामगोपाल यादव की शिकायत पर अवैध रूप से बाल गृह चलाने के आरोप में अनिल मैथ्यू नामक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने कहा कि शिकायत के मुताबिक, राजधानी से तकरीबन 20 किलोमीटर दूर स्थित केंद्र की 68 लड़कियों में से 26 लापता हैं। इसी के चलते मैथ्यू के खिलाफ किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 की संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि मैथ्यू अब तक उस केंद्र के लिए पंजीकरण प्रमाण पत्र भी हासिल नहीं किया यानी अवैध तौर पर बाल गृह संचालित किया जा रहा था।
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