अमृतसर: पंजाब में अब वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौरान 'कोविड फतेह किट' के नाम पर सियासी बवाल शुरू हो गया है. मुनाफा कमाने के लिए प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन बेचे जाने के इल्जाम के बाद अब कोविड फतेह किट को लेकर विपक्ष ने कैप्टन सरकार पर निशाना साधा है. विपक्ष ने कोविड फतेह किट को लेकर सरकार पर सवाल उठाते हुए घोटाला करने का आरोप लगाया है.
विपक्ष के अनुसार, हर 15 दिन में कोविड फतेह किट की कीमतें बढ़ाई गईं. कई बार नई-नई कंपनियों को टेंडर दिए गए. इन टेंडरों से पंजाब सरकार को राजस्व का काफी नुकसान हुआ है. बता दें कि कोविड फतेह किट पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सरकार की तरफ से राज्य के उन लोगों को फ्री में दी जाती है जो कोरोना वायरस से संक्रमण की चपेट में आ गए हों. इस किट में दवाएं, मास्क, सैनिटाइजर के साथ ही ऑक्सीमीटर जैसे कई सामान रहते हैं.
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के वकीलों ने भी सूचना के अधिकार (RTI) के माध्यम से इस संबंध में सरकार से जानकारी मांगी थी. RTI के जवाब से भी धांधली का खुलासा हुआ है. अब यह मामला पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय पहुंच गया है. उच्च न्यायालय में इसे लेकर एक याचिका भी दायर हुई है. इस याचिका पर पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में अभी सुनवाई होनी है.
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