नई दिल्ली: देश में इस समय कोरोना वायरस का संकट चल रहा है, जिसकी वजह से रोज़गार से लेकर खाने-पीने तक की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. प्रवासी श्रमिकों पर इस महासंकट की सबसे ज्यादा मार पड़ी है. ऐसे में विपक्ष पार्टियां एक बार फिर सक्रीय होती नज़र आ रही हैं और सरकार पर सवाल खड़े कर रही हैं. आज कांग्रेस के नेतृत्व में 18 विपक्षी दलों की बैठक होगी, जिसमें देश में कोरोना संकट, आर्थिक संकट और प्रवासी मजदूरों के संकट को लेकर मंथन होगा.
इस बैठक का नेतृत्व कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी करेंगी, जबकि कई अन्य पार्टियों के वरिष्ठ नेता इसमें हिस्सा लेंगे. जिसमें शरद पवार, उद्धव ठाकरे, हेमंत सोरेन, ममता बनर्जी, सीताराम येचुरी, एमके स्टालिन जैसे बड़े नाम शामिल हैं. बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान मोदी सरकार को घेरने की जिम्मेदारी CPM के सीताराम येचुरी को दी गई है. येचुरी बाकी सभी विपक्षी दलों की तरफ से जो साझा मांग मोदी सरकार के सामने रखने वाले हैं, उनमें ये शामिल हो सकती हैं.
दिलचस्प ये है कि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी इस विपक्षी बैठक से दूर रहेंगे. जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के भी शामिल होने के बारे में कोई जानकारी नहीं है. ऐसे में एक बार फिर विपक्ष की एकजुटता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं.
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