नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मणिपुर मुद्दे पर विपक्षी दलों की चिंताओं को सुनने के कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के अनुरोध को स्वीकार कर लिया है। राष्ट्रपति बुधवार सुबह 11।30 बजे विपक्षी सांसदों (संसद सदस्यों) से मिलने पर सहमत हुईं हैं।
मणिपुर में हिंसा पर व्यापक चर्चा की मांग विपक्षी दल 20 जुलाई को मानसून सत्र की शुरुआत से ही लोकसभा और राज्यसभा दोनों में उठा रहे हैं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी राज्य के हालात को लेकर संसद में बयान देने की मांग कर रहे हैं। विपक्ष ने कहा है कि भाजपा शासित मणिपुर में हिंसा चिंताजनक है और इसके कारण कई लोगों की मौत हुई है। इस मामले को सुलझाने के लिए उन्होंने राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की है ।
बता दें कि संघर्षग्रस्त राज्य के दो दिवसीय दौरे पर, 21 विपक्षी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मणिपुर में संघर्ष प्रभावित लोगों से बातचीत की थी। प्रतिनिधिमंडल ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और पहाड़ियों और घाटी दोनों में राहत शिविरों में रहने वाले लोगों से मुलाकात की। जाने से पहले, विपक्षी नेताओं ने मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके को एक ज्ञापन सौंपा था और राज्य में शांति और सद्भाव लाने के लिए प्रभावित लोगों के तत्काल पुनर्वास और सुरक्षा की मांग की थी।
बृजभूषण सिंह को बड़ी राहत, नाबालिग पहलवान के यौन शोषण वाला मामला ख़त्म