पटना: बिहार में आज भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकता को लेकर महाबैठक होने वाली है, जिसकी मेजबानी के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार पूरी तरह तैयार हैं। आज यानी शुक्रवार (23 जून) को पटना में करीब डेढ़ दर्जन विपक्षी दलों के नेता पहुंच रहे हैं। यह आयोजन 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, विपक्षी दलों की इस मेगा बैठक में कई विषयों पर मंथन होगा, जिसमें केंद्रीय एजेंसियों, जैसे- प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और आयकर विभाग (IT), द्वारा कथित तौर पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई भी शामिल है।
बता दें कि, इस साल मार्च में सर्वोच्च न्यायालय में 14 विपक्षी दलों ने याचिका दाखिल करते हुए आरोप लगाया था कि ED, CBI और आयकर विभाग के 95 फीसद मामले विपक्षी नेताओं के विरुद्ध हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि क्या हम इन आंकड़ों के कारण यह कह सकते हैं कि कोई जांच या कोई मुकदमा होना ही नहीं चाहिए? क्या नेताओं को इससे अलग रखा जा सकता है? सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि आखिरकार एक नेता भी मूल रूप से देश का एक नागरिक ही होता है और नागरिकों के रूप में हम सभी एक ही कानून के अधीन हैं। ऐसा कहते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन 14 विपक्षी दलों की याचिका ख़ारिज कर दी थी। अब पटना की बैठक में जो विपक्षी दल हिस्सा लेने जा रहे हैं, उनमे से अधिकतर के नेताओं के खिलाफ ED, CBI या आयकर विभाग ने या तो जांच की है या छापेमारी की है या फिर उन्हें अरेस्ट किया है। ऐसे में इस बैठक में फिर से जांच एजेंसियों की कार्रवाई पर मंथन होना तय माना जा रहा है। कुछ प्रमुख दलों के बड़े नेताओं के नाम जानते हैं, जिनपर जाँच एजेंसियों की नज़र है और उनके खिलाफ जांच चल रही है।
कांग्रेस:-
बता दें कि, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी, नेशनल हेराल्ड केस में ED की रडार पर हैं, कांग्रेस के दोनों ही बड़े नेता इस मामले में जमानत पर चल रहे हैं, उन्हें कोर्ट से क्लीन चिट नहीं मिली है। वहीं, नेशनल हेराल्ड मामले से संबंधित यंग इंडिया लिमिटिड के वित्तीय लेन-देन के एक मामले में मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ भी ED की जांच जारी है। इसके साथ ही, कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम और कार्ति चिदंबरम भी मनी लॉन्डरिंग मामले में जांच का सामना कर रहे हैं। कार्ति चिदंबरम पर जो मामला चल रहा है, वो चीन के कर्मियों को वीजा दिलाने के बदले 50 लाख की घूस लेने से जुड़ा है। वहीं, पी चिदंबरम के खिलाफ INX मीडिया और एयरसेल मैक्सिस का मामला चल रहा है, यहाँ तक कि चिदंबरम गिरफ्तार भी हो चुके हैं और फ़िलहाल जमानत पर हैं।
राष्ट्रीय जनता दल:-
बैठक में शामिल होने वाली दूसरी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रमुख नेता भी भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे हुए हैं। लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में जेल जा चुके हैं और अब उनपर लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में केस चल रहा है। आरोप है कि, जब लालू, केंद्र की मनमोहन सरकार में रेल मंत्री थे, उस समय उन्होंने लोगों को रेलवे में नौकरी देकर उनकी जमीनें अपने परिवार के नाम लिखवा ली थी। इस मामले में पूरा लालू परिवार घिरा हुआ है और जाँच एजेंसियां लालू के बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और उनकी दो बेटियों से पूछताछ कर चुकी है।
समाजवादी पार्टी :-
अगर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी (सपा) की बात करें तो, खुद पार्टी प्रमुख अखिलेश अवैध रेत खनन मामले में CBI जाँच का सामना कर रहे हैं। अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के सीएम रहे थे और इस दौरान उन्होंने 2012 से 2013 तक राज्य का खनन मंत्रालय भी संभाला था। इसमें करोड़ों की हेरफेर किए जाने का आरोप है। साथ ही, सपा के दिग्गज नेता आज़म खान कई मामलों में फंसे हुए हैं और जेल भी जा चुके हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी :-
महाराष्ट्र की बड़ी राजनितिक पार्टी NCP के नेता भी जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। NCP प्रमुख शरद पवार खुद मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की जांच के घेरे में हैं, हालाँकि, उनसे अब तक पूछताछ नहीं की गई है। उनके भतीजे और दिग्गज NCP नेता अजित पवार मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED की जाँच का सामना कर रहे हैं, उनकी कुछ सम्पत्तियाँ भी कुर्क हो चुकी हैं। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री और NCP नेता अनिल देशमुख भी भ्रष्टाचार के मामले में जेल जा चुके हैं, ED ने उन्हें अरेस्ट किया था। एक और NCP नेता नवाब मलिक फ़िलहाल भ्रष्टाचार मामले में जेल में ही हैं।
आम आदमी पार्टी:-
दिल्ली और पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं पर भी काफी केस हैं। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया शराब घोटाले में जेल में हैं ही, पूर्व जेल मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्डरिंग मामले में बड़ी मुश्किल से मेडिकल आधार पर कुछ दिनों पहले ही जमानत मिली है। AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल पर भी ऑपरेशन शीशमहल मामले में जाँच चल रही है, हालाँकि उनसे पूछताछ नहीं की गई है, लेकिन की जा सकती है।
तृणमूल कांग्रेस :-
बंगाल में शासन कर रही सीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के भी बड़े नेता भ्र्ष्टाचार के मामलों में जेल में कैद हैं। शिक्षक भर्ती घोटाले में पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी जेल में हैं, उनके घर से करोड़ों कैश मिले थे। ममता के करीबी माने जाने वाले अनुब्रत मंडल गौवंश की तस्करी करने के मामले में जेल में हैं। ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी और बहु रुजीरा से भी जाँच एजेंसियां पूछताछ कर चुकी हैं, उनके खिलाफ कोयला तस्करी का मामला चल रहा है। साथ ही बंगाल में शिक्षक भर्ती और नगर निगम भर्ती में बड़ा घोटाला सामने आया है और OBC आरक्षण के मामले में भी बंगाल में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है।
शिवसेना (UBT) :-
उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) के नेताओं के खिलाफ भी जांच जारी है। संजय राउत पात्रा चॉल मामले में जेल जा चुके हैं और जमानत पर हैं। वहीं, उद्धव सरकार में मंत्री रहे अनिल परब के खिलाफ भी मनी लॉन्डरिंग के मामले में जाँच चल रही है। उद्धव परिवार के खिलाफ भी मनी लॉन्ड्रिंग के कुछ केस दर्ज किए गए थे, जिसमे कुछ ठिकानों पर छापेमारी भी हुई थी।
द्रमुक:-
तमिल नाडु की सत्ताधारी DMK के नेता और राज्य के बिजली और उत्पाद शुल्क मंत्री वी सेंथिल बालाजी से जुड़े परिसरों पर तलाशी के बाद उन्हें ED ने अरेस्ट कर लिया था। मंत्री को नौकरी के बदले नकदी घोटाले में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत लंबी पूछताछ के बाद अरेस्ट किया गया था। अरेस्ट होते ही उनके सीने में तेज दर्द होने लगा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बता दें कि, बालाजी पर आयकर विभाग की भी जांच चल रही है।